आरबी कॉलेज में आइसा का 7वां जिला सम्मेलन संपन्न

शिक्षा-रोजगार विरोधी नई शिक्षा नीति के खिलाफ छात्र सड़क पर उतरें-डॉ प्रभात

आइसा जिला सम्मेलन में 27 सदस्यीय नई जिला कमिटी का चुनाव संपन्न

एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। समस्तीपुर जिला के हद में दलसिंहसराय प्रखंड मुख्यालय स्थित आरबी कालेज में 27 जुलाई को आइसा का 7वां जिला सम्मेलन का आयोजन किया गया।उद्घाटन शिक्षाविद डॉ प्रभात कुमार ने किया।

सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए शिक्षाविद डॉ प्रभात कुमार ने कहा कि नई शिक्षा नीति बची- खुची शिक्षा को भी बर्बाद कर देगा। अब कॉलेजों में पढ़ाई नहीं, सिर्फ परीक्षा होंगी। परीक्षा के नाम पर गरीब छात्रों से अधिक फीस वसूली होगी। उन्होंने कहा कि कॉलेज में आज शिक्षकों एवं कर्मचारियों की कमी है।

हरेक कॉलेज में लाईब्रेरी, लेबोरेटरी, खेल विभाग का हालत खास्ता है। शिक्षा पर बजट घटाया जा रहा है। प्राईवेट यूनिवर्सिटी को बढ़ावा देने के लिए शिक्षा को सोची- समझी साजिश के तहत महंगा किया जा रहा है। सेवानिवृत्त शिक्षकों एवं कर्मियों का पेंशन बंद कर दिया गया है। सरकारी संस्थाओं को निजी हाथों को सौंपा जा रहा है। रोजगार के अवसर को छीना जा रहा है। ऐसी स्थिति में आइसा को छात्रों की बड़ी एकता बनाकर संघर्ष तेज करने की जिम्मेवारी लेनी होगी।

उद्घाटन सत्र को बतौर मुख्य वक्ता संबोधित करते हुए भाकपा माले के डुमराँव विधायक डॉ अजीत कुशवाहा ने संबोधित करते हुए कहा कि कैंपस डेमोक्रेसी, पढ़ाई, रोजगार के लिए आइसा ने लंबी यात्रा तय की है। आइसा के संघर्ष के साथी वे भी रहे हैं और उन्हें गर्व है। उन्होंने कहा कि आज झंडा उठाने वाले, छात्र के अभिभावक से शिकायत कर छात्रों को आंदोलन में शरिक होने से रोका जा रहा है।

छात्र राजनीति से प्रधानमंत्री, मंत्री, मुख्यमंत्री बनते हैं, जबकि छात्रों को राजनीति छोड़ने की सलाह दी जाती है। उन्होंने कहा कि राजनीति से छात्रों का भविष्य तय होता है। हमें पढ़ाई के साथ राजनीति भी करना चाहिए। उन्होंने मोदी सरकार के अग्निवीर योजना पर कटाक्ष करते हुए कहा कि युवाओं को जवानी में ही रिटायर्ड कर बुढ़ापे का मजा दिया जाता है। रेल, जहाज, बैंक आदि को बेचकर रोजगार के रास्ते बंद किये जा रहे हैं।

आप घर में बैठकर तमाशाबीन न बनें रहें, बल्कि आप अपनी मांगों को लेकर संघर्ष करें। उन्होंने कहा कि छात्र शहीदे आजम भगत सिंह के सपनों का वाहक हैं। हम शोषण विहीन समाज की स्थापना को लेकर संघर्ष करेंगे। छात्र कॉलेज कैंपस में आकर अपने को दुनिया से जोड़ते हैं। दुनिया में चल रहे बदलाव की लड़ाई को देखते, समझते हैं। देश की क्रांति को पढ़ते हैं।

आज सरकार मेडाईवल इतिहास में मुगल को नहीं पढ़ने देना चाहती है। हम पढ़ेंगे तबही समझेंगे, सीखेंगे। उन्होंने कहा कि आज डार्विन का सिद्धांत विज्ञान से हटाया जा रहा है। व्यक्ति के नाभी से व्यक्ति पैदा होना बताने वाले को डार्विनवाद से क्या लेना-देना है। बाबा को देखिए महिलाओं को खाली पलौट बताकर अपमानित किया जाता है।

ऐसे बाबा आज भी स्त्रियों को गुलाम बनाने की कोशिश में लगे हैं। हमें ऐसे बाबाओं के खिलाफ भी लड़ना होगा। उन्होंने कहा कि छात्र, नौजवान, कैंपस कभी सरकारी नहीं होता है। हमें एकताबद्ध होकर शिक्षा, रोजगार बचाने की लड़ाई को तेज करने का संकल्प लेना होगा।

बतौर अतिथि आरबी कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ संजय झा ने सम्मेलन में जिले से आये तमाम छात्रों, अतिथियों का स्वागत करते हुए किसी भी विषय पर बहस को फायदेमंद बताते हुए निष्कर्ष निकालकर उसे आगे बढ़ाने की कोशिश को सराहनीय बताया। सम्मेलन को पर्वेक्षक अजय कुमार, आइसा जिला प्रभारी सुरेंद्र प्रसाद सिंह, माले जिला सचिव प्रो. उमेश कुमार, एसएफआई राज्य सचिव मंडल सदस्य अवनीश कुमार, एआईएसएफ समस्तीपुर जिलाध्यक्ष सुधीर कुमार आदि ने संबोधित किया।

सांठनिक सत्र राज्य पर्यवेक्षक अजय कुमार के देखरेख में 7 सदस्यीय अध्यक्ष मंडल के सदस्य जीतेंद्र सहनी, द्रख्शा जबी, दीपक यदुवंशी, मनीषा कुमारी, मो. फरमान, दीपक यादव, लोकेश कुमार ने शुरू किया। मसौदा दस्तावेज का पाठ विदाई कमिटी के जिला सचिव सुनील कुमार ने किया। दस्तावेज पर बहस में दर्जनों छात्रों ने हिस्सा लिया। कुछ छूट घटनाओं, आंदोलन को दस्तावेज में शामिल करने जोड़ने के आश्वासन के बाद तालियों की गड़गड़ाहट से दस्तावेज पारित कर दिया गया।

मौके पर नये सत्र के लिए 29 सदस्यीय नई जिला कमिटी का चुनाव किया गया। जिसमें सुनी कुमार को पुनः जिला सचिव एवं लोकेश कुमार को जिला अध्यक्ष चुना गया। 5 उपाध्यक्ष क्रमशः रविरंजन कुमार, दीपक यदुवंशी, जानवी कुमारी, अनील कुमार, अभिषेक चौधरी, 5 सह सचिव क्रमशः द्रख्शा जबीं, दीपक यादव, मो. फरमान, अभिषेक कुमार, संजीव कुमार, कार्यालय सचिव राजू झा, सह सचिव नीतीश कुमार समेत जितेंद्र सहनी, उदय कुमार, मो. अफरीदी, राहुल कुमार, मो. तौसिफ, नीरज कुमार, आदि।

अंजली कुमारी, मो. जावेद, रोहित कुमार, गौतम कुमार, दीपक कुमार, बिट्टू कुमार, विशाल कुमार, पिंटू कुमार आदि जिला कमिटी सदस्य चुने गये। जसम के कॉ राजू रंजन के नेतृत्व में क्रांतिकारी गीत प्रस्तुत किये गये। भाकपा माले के स्थानीय युवा नेता कॉ उदय कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कम्युनिस्ट इंटरनेशनल हम होंगे कामयाब गीत के साथ सम्मेलन समाप्ति की घोषणा की गई।

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