सिद्धार्थ पांडेय/जमशेदपुर (झारखंड)। पश्चिमी सिंहभूम जिला के हद में सारंडा के शिक्षित बेरोजगारों ने नौकरी देने की मांग को लेकर 18 जुलाई को गुवा में सेल-बीएसएल के कार्यपालक निदेशक से भेंट की। इस अवसर पर गुवा के मनकी मुंडा ने कार्यपालक निदेशक बीके गिरी से मुलाकात कर मांग पत्र सौंपा।
इस अवसर पर उपस्थित जनों ने गुवा के सीजीएम रहे बीके गिरी को पदोन्नति देकर कार्यपालक निदेशक बनाये जाने पर बधाई दी। मौके पर सारंडा पीढ़ के मानकी लागुड़ा देवगम, जोजोगुटू गांव के मुंडा कानूराम देवगम, राजेश सांडिल, नाथु बहंदा आदि मौजूद थे।
इस संबंध से मानकी लागुड़ा देवगम एवं मुंडा कानुराम देवगम ने बताया कि सारंडा में वर्षों से स्थाई रूप से निवास करने वाले रहिवासी अभी भी पिछड़े हुए हैं। सेल की चार लौह अयस्क खदानें किरीबुरू, मेघाहातुबुरु, गुवा एवं चिड़िया माइंस सारंडा में स्थित हैं। फिर भी कुछ युवक आइटीआई, डिप्लोमा एवं एचएमवी की ट्रेनिंग लेकर रोजगार के लिए दर-दर भटक रहे हैं।
इनमें से कुछ युवा ऑनलाइन सेल की उक्त खदानों में निकाली गई बहाली की परीक्षा में शामिल हो चुके है। इन युवाओं को नौकरी देने की मांग कार्यपालक निदेशक गिरी से की गई।
मौके पर ईडी गिरी ने कहा कि मुख्यमंत्री से मिलकर आप सभी इसके लिए निर्देशित करवाएं, ताकि सारंडा के बेरोजगारों को नौकरी में विशेष प्राथमिकता दी जा सके। मुख्यमंत्री से आदेश मिलने के बाद इस दिशा में पूरी कोशिश की जाएगी।
इधर, ग्रामीणों ने बताया कि पिछले दिनों इस मुद्दे को लेकर वे पश्चिमी सिंहभूम जिला मुख्यालय चाईबासा जाकर उपायुक्त से भी मिल चुके है। उपायुक्त को बताया गया है कि उक्त खदानों से सारंडा के ग्रामीण वर्षों से प्रभावित हो रहे हैं। खदान की मिट्टी, मुरुम व लौह चूर्ण से इनकी कृषि भूमि बंजर हो गई है। रोजगार का दूसरा कोई माध्यम नहीं है।
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