कालिदास रंगालय में सच कहूँ तो नाटक का मंचन

एस. पी. सक्सेना/पटना (बिहार)। बिहार की राजधानी पटना के जननायक नाट्य महोत्सव के दूसरे दिन 16 जुलाई को सच कहूँ तो नाटक का मंचन किया गया।

उक्त जानकारी चर्चित टीवी कलाकार मनीष महीवाल ने देते हुए बताया कि रिश्तों की असलियत का पोस्टमार्टम है उक्त हिन्दी नाटक सच कहूँ तो।

महीवाल ने बताया कि बिहार की लोकप्रिय संस्थान क्रिएशन पटना द्वारा संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से संस्कार भारती और रॉक एन रॉल के संयुक्त तत्त्वाधान में पटना के कालिदास रंगालय में आयोजित तीन दिवसीय जननायक नाट्य महोत्सव के दूसरे दिन युवा रंगमंच राँची के अगथा क्रिस्टी द्वारा लिखित नाटक सच कहूँ तो का मंचन देश के लोकप्रिय नाट्य निर्देशक अजय मलकानी के निर्देशन में किया जा रहा है।

महीवाल के अनुसार आज नाट्य मंचन के पूर्व प्रेक्षागृह में पंकज कुमार और जितेन्द्र चौरसिया मौजूद थे। उन्हें संस्थान की ओर से स्मृति चिह्न दिया गया। प्रस्तुत नाटक का सार बताते हुए महीवाल ने बताया कि नाटक शुरू होता है एक कत्ल से। कत्ल होता है मिस सिरीन वाडिया का। इस जूर्म के शक पर गिरफ्तार होता है नितिन जाधव और शुरू होता है कोर्ट रूम ड्रामा सच कहूँ तो।

अपराध, रहस्य और रोमांच की विश्व प्रसिद्ध लेखिका क्रिस्टी की दी विटनेस फॉर प्रासीक्यूशन का हिन्दी रूपांतरण है सच कहूं तो। सच क्या है? दोषी कौन है? इसी की तपतीश होती है। सबूत, गवाह और जिरह के जरिये। पक्ष और विपक्ष वकीलों का भिड़न्त शक को यकीन में और यकीन को भ्रम में बदलता रहता है।

उन्होंने कहा कि उक्त नाटक में असल मुजरिम की तलाश में रिश्तों की असलियत सामने आने लगती है। अंत में जब सच सामने आता है तब सब भौचक हो जाते हैं। धनबाद में बुजुर्ग और मिस वाडिया की मौत, साजिश है या इतेफाकन अथवा हादसा? यहाँ कथासार मौन रहेगा, लेकिन, सच कहूं तो नाटक मुखर होकर खुल्लम खुल्ला, साफ-साफ सच बताएगा, इतना तय है?

बताया गया कि प्रदर्शन को विनोदी रोमांचक बनाने के लिए संगीत और कहीं-कहीं चरित्र के विपरीत चित्रण किये गये हैं। मंच विन्यास सरल और सपाट रखा गया है, ताकि अभिनेताओं को ज्यादा मौका दिया जा सके।

महीवाल के अनुसार मंच पर नितिन जाधव (शंकर पाठक), वकील प्रताप (संजय शर्मा), धनंजय सिंघानिया (पंकज कुमार), रश्मि (रिया कुमारी), इंस्पेक्टर (मनमोहन सिंह बादल), आयशा (शालिनी कुमारी), जज (मुन्ना लोहार), सरस्वती सावंत (मोउ रॉय) तथा अभियोक्ता की भूमिका सोनू कुमार सोनार ने निभाया है।

जबकि नेपथ्य में मंच संचालन कृति रानी, प्रस्तुति प्रभार (मनमोहन सिंह बादल), स्टेज मैनेजर पंकज कुमार, संगीत सन्नी सिंह एवं दीपक चौधरी, वेशभूषा शालिनी कुमार, मोउ रॉय तथा रतनी कुमारी, प्रकाश दीपक चौधरी, रूप सज्जा मुन्ना लोहार, दीपक चौधरी, मालोबिका मुखर्जी, सेट व् प्रोपर्टी मुन्ना लोहार, आदि।

संतोष पाठक, सोनू कुमार सोनार, ब्रोशर, पब्लिसिटी शंकर पाठक, गार्गी मलकानी, प्रस्तुति सहयोग सुनिता उरांव, तृशा भाटिया, पूर्णाशीष घोष, आलेख अगाथा क्रिस्टी, हिन्दी रूपांतरण मिहिर राजदा, परिकल्पना एवं निर्देशन अजय मलकानी तथा क्रिएशन सचिव उत्तम कुमार हैं।

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