सुरक्षित नहीं है बैंक का यू नो ऐप
एस. पी. सक्सेना/बोकारो। हाल के वर्षो में बोकारो जिले में साइबर क्राइम का मामला बढ़ता जा रहा है। पहले साइबर लुटेरों के चंगुल में कम पढ़े लिखे हीं फंसते थे। अब इसके ठीक उलट उच्च शिक्षा प्राप्त अधिकारी वर्ग भी इसके झांसे में आने लगे हैं। जिससे साइबर लुटेरों की बल्ले-बल्ले है। खास यह कि अब साइबर लुटेरे बैंक द्वारा ग्राहकों के हितों के लिए प्रस्तुत युनो ऐप का भी इस्तेमाल कर ग्राहकों को आर्थिक चपत लगा रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बोकारो जिला के हद में सीसीएल के कथारा कोल वाशरी के परियोजना पदाधिकारी विजय कुमार बीते 6 जुलाई को साइबर लुटेरों के झांसे में आकर ₹ 24,687 गंवा दिए।
इस संबंध में भुक्तभोगी पीओ विजय कुमार ने 8 जुलाई को एक भेंट में बताया कि बीते 6 जुलाई की संध्या एसबीआई के पोर्टल यूनो पर एक मैसेज आया, जिसमें उनका ओटीपी मांगा गया था।
उन्होंने स्टेट बैंक का अधिकृत पोर्टल समझकर कार्य की अधिकता के कारण बिना सोंचे समझे तुरंत ओटीपी भेज दिया। पुनः दूसरी बार जब ओटीपी मांगा गया तब तक उनके मोबाइल में ₹24,687 निकासी से संबंधित मैसेज आ गया था। तब उन्हें समझ आया कि वे साइबर लुटेरों के शिकार हो गए हैं। पीओ ने तत्काल एसबीआई के टोल फ्री नंबर पर जानकारी देते हुए तत्काल ऑनलाइन ट्रांजैक्शन सिस्टम को बंद कराया।
पीओ ने बताया कि उक्त घटना के दूसरे दिन 7 जुलाई को जब वे संबंधित बैंक प्रबंधक से मिलकर अपना दुखरा सुनाया तो बैंक प्रबंधक द्वारा उनकी गलती बताते हुए पैसे वापस नहीं होने की बात कही गई। पीओ ने बताया कि अपने खातों की सुरक्षा को लेकर साइबर लुटेरों के खिलाफ उन्होंने 8 जुलाई को कथारा ओपी को लिखित तहरीर दे दी है। ओपी प्रभारी प्रिंस कुमार सिंह ने मामले की जांच की बात कही है।
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