क्यू आर कोड के बिना बकरों को निकलना नामुमकिन -डॉ. कुलकर्णी
मुश्ताक खान/मुंबई। बढ़ती महंगाई के बावजूद देवनार के बकरा मंडी में कुर्बानी कराने वाले खरीददारों की भारी भीड़ देखी जा रही है। कयास लगाया जा रहा है कि पिछले वर्ष की तुलना में इस साल बकरों कि कीमतों में 15 से 20 प्रतिशत का उछाल आया है।
शनिवार शाम से रुक रुक कर हो रही बारिश के बाद भी मंडी में खरीददारों का तांता लगा है। इस मुद्दे पर देवनार पशुवध गृह जीएम डॉ. कलीम पाशा ए पठान से बात करने पर उन्होंने बताया कि मनपा के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2022 के ईद-उल-अज़हा (बकरा ईद) के मौके पर कुल 1 लाख 36 हजार 786 बकरों की खरीद फरोख्त हुई थी, लेकिन यह आंकड़ा बढ़ सकता है।
देवनार पशुवध गृह के जीएम डॉ. कलीम पाशा ए पठान ने बताया कि अन्य वर्षों की तुलना में इस वर्ष बकरा मंडी को आधुनिक तरिके से बनाया और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है। ताकि इस मंडी में बहार से आने वाले बकरा व्यापारियों के साथ -साथ खरीददारों को दिक्कत न हो। इन सुविधाओं में बिजली, पानी, सड़क, शौचालय और शेड के आलावा सीसीटीवी, क्यू आर कोड आदि की व्यवस्था की गई है।
ताकि खरीदने या बेचने वालों के बीच पारदर्शिता बनी रहे। जीएम डॉ. पठान ने बताया कि देवनार पशुवध गृह में शासन और प्रशासनिक व्यवस्था चक चौबंध है। उन्होंने बताया कि मनपा के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2022 के ईद-उल-अज़हा (बकरा ईद) के मौके पर कुल 1 लाख 36 हजार 786 बकरों की खरीद फरोख्त हुई थी, लेकिन यह आंकड़ा इस वर्ष बढ़ने के असर हैं।
देवनार पशुवध गृह के एजीएम डॉ. सचिन कुलकर्णी से बकरा मंडी के मुद्दे पर बात करने पर उन्होंने बताया 2022 से पहले मंडी के कायाकल्प का काम चल रहा था। जोकि लगभग पूरा होने के कगार पर है। उन्होंने बताया कि हम लोगों ने अपनी तरफ से अधिक से अधिक सुविधएं मुहैया कराने की कोशिश कि है। देवनार बकरा मंडी में सुरक्षा पर अधिक जोर दिया गया है, चूंकि दूसरे राज्यों से व्यापर करने आये प्रवासियों को परेशानियों का सामना न करना पड़े।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष 29 जून 2023 को ईद-उल-अज़हा (बकरा ईद) मनाया जायेगा। डॉ. कुलकर्णी ने बताया कि सुरक्षा के मद्देनजर मनपा के सुरक्षा कर्मियों के आलावा होमगार्ड और स्थानीय देवनार पुलिस भी समय समय पर गस्त लगती है। यहां ट्रैफिक पुलिस भी तैनात है।
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