एस. पी. सक्सेना/बोकारो। श्रमिक कल्याण के मुद्दों को लेकर 19 जून की संध्या बोकारो जिला के हद में सीसीएल कथारा क्षेत्रीय प्रबंधन तथा क्षेत्रीय वेलफेयर समिति की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में क्षेत्र में सक्रिय विभिन्न ट्रेड यूनियन प्रतिनिधि उपस्थित थे।
जानकारी के अनुसार महाप्रबंधक कार्यालय सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता कथारा के क्षेत्रीय प्रबंधक कार्मिक एवं प्रशासन (एसओपी) ने की। बैठक में मुख्य रूप से प्रबंधन द्वारा वेलफेयर समिति सदस्यों से मजदूरों के समस्याओं के समाधान को लेकर सुझाव लिए गए।
यहां सीटू के कमलेश गुप्ता ने श्रमिक आवासों की जर्जर स्थिति और संवेदको द्वारा मनमानी ढंग से लीपापोती का मुद्दा उठाया। साथ ही गुप्ता ने डीएवी कथारा तथा स्वांग के शिक्षकों के आवासों की जरूरतों पर बल दिया। उन्होंने कहा कि प्रबंधन और वेलफेयर कमेटी एक पार्ट है। आपस में समन्वय बनाकर कथारा क्षेत्र को विकास के रास्ते पर लाना हम दोनों की प्राथमिकता है।
उन्होंने पेयजल की समस्या के अलावा डीएवी स्कूल की मरम्मती, चाहरदीवारी मरम्मति कराने की मांग की। साथ ही साथ विगत वर्ष 20 करोड़ का कार्य जो वापस चला गया उस पर प्रबंधन को विशेष ध्यान देने की बात कही। उन्होंने कहा कि सिविल विभाग द्वारा एस्टीमेट के आधार पर कार्य को अनुमोदन करके भेजा जाता है, उसे क्षेत्रीय वित्त विभाग आखिर क्यों पास करने में देरी करता है। इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
एजेकेएसएस के क्षेत्रीय सचिव सचिन कुमार ने कहा कि क्षेत्र के संबंधित कॉलोनियों में सड़क की स्थिति जर्जर हो चुकी है। ड्रेन गंदगियों से भरा है। उन्होंने परियोजना स्तर पर समस्याओं के पहल के लिए युनिट स्तर पर वेलफेयर कमिटी का बैठक की मांग की।
एचएमकेयू के शमसुल हक ने कहा कि कथारा मुख्य सड़क एसबीआई एटीएम से डीएवी जूनियर विंग एवं जीएम कॉलोनी मुख्य मार्ग पर ब्रेकर लगाया जाय, ताकि दुर्घटना की संभावना को कमतर किया जा सके।
बैठक में सीएमयू के पीके जयसवाल ने कहा कि वेलफेयर समिति का बैठक में मुद्दे उठाए जाने के बाद भी धरातल पर काम नहीं होता। इस पर ध्यान देने की जरूरत है। आरकेएमयू के गणेश राम ने कहा कि बांध कॉलोनी में पिछले लगभग एक वर्ष से नियमित रूप से पेय जलापूर्ति नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि कथारा कोलियरी सिविल विभाग कार्यालय में संवेदकों का हमेशा जमावड़ा लगा रहता है।
कर्मचारियों के आवासों में मरम्मत कार्य सही तरीके से नहीं हो रहा है। भामसं के टिकैत महतो ने कहा कि गोविंदपुर परियोजना के मजदूर कॉलोनियों में नालियों की साफ-सफाई नहीं हो रहा है। एटक के नवीन कुमार विश्वकर्मा ने कहा कि सिविल कार्यों में पारदर्शिता होनी चाहिए। इसके अलावा जमसं के कामोद प्रसाद, जेसीएमयू के इकबाल अहमद, एक्टू के बालगोविंद मंडल आदि ने भी अपने-अपने सुझाव दिए।
बैठक में एसओपी ने उपरोक्त सुझावों पर विभागीय स्तर पर जल्द से जल्द पहल करवाने का आश्वासन दिया। बैठक में प्रबंधन की ओर से एसओपी के अलावा एसओ माइनिंग अर्जुन कुमार प्रसाद, एएमओ, असैनिक विभाग के अधिकारी ऋषिकेश महापात्र, एसओ वेलफेयर एसके गुप्ता, सीएसआर इंचार्ज चंदन कुमार सहित कई अधिकारी व विभागीय कर्मचारी गण उपस्थित थे।
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