एस. पी. सक्सेना/बोकारो। केंद्रीय श्रम संगठन इंटक से संबद्ध असंगठित मजदूर कांग्रेस व क्षेत्रीय प्रबंधन के बीच निजी सुरक्षा गार्डो तथा क्षेत्र के विस्थापितों के लंबित छह सूत्री मांगों को लेकर 2 जून को समझौता वार्ता किया गया। नेतृत्व नेतृत्व राकोमसं सीसीएल रीजनल अध्यक्ष मो. इसराफिल उर्फ बबनी तथा असंगठित मजदूर कांग्रेस के बोकारो जिलाध्यक्ष संतोष कुमार आस कर रहे थे।
जानकारी के अनुसार रीजनल लेबर कमिशनर धनबाद के हस्तक्षेप तथा बोकारो जिला उपायुक्त के निर्देश पर बोकारो जिला के हद में सीसीएल कथारा क्षेत्र के रोजगार से वंचित किये गए प्राइवेट सुरक्षा गार्डो, आदि।
ठेका सफ्लाई मजदूरों एवं स्थानीय विस्थापितों के लंबित छह सूत्री मांगों पर 2 जून की संध्या महाप्रबंधक कार्यालय सभागार में जीएम डीके गुप्ता की अध्यक्षता में झारखंड प्रदेश असंगठित मजदूर कांग्रेस (इंटक) व क्षेत्रीय प्रबंधन के बीच समझौता वार्ता किया गया।
आयोजित समझौता वार्ता में मजदूरों की ओर से इंटक प्रतिनिधियों ने प्रबंधन से कहा कि क्षेत्र में लंबित मांगों पर विगत कई वर्षों से लगातार आंदोलन चलाये जाते रहे हैं, जिसमें जुलूस, प्रदर्शन एवं धरना आदि शामिल है। इस क्रम में क्षेत्रीय प्रबंधन से लेकर सीसीएल मुख्यालय स्तर पर दर्जनों वार्ताएं की गयी।
उन तमाम वार्ता में उन्हें आश्वासन भी दिए गए पर सभी झूठे साबित हुए। मांगों में क्रमशः काम पर बैठाए गए तमाम निजी सुरक्षा गार्डों का बकाया वेतन भुगतान करने एवं पुनः काम पर बहाल करने, कथारा वाशरी एवं स्वांग वाशरी में प्लांट क्लीनिंग मजदूरों के बकाए वेतन भुगतान करने व पुनः बहाल करने, क्षेत्र में चल रहे आउटसोर्सिंग कार्यों में स्थानीय विस्थापितों को रोजगार देने, क्षेत्र के आसपास प्रभावित गांवों में नियमित बिजली आपूर्ति बहाल करने आदि मुख्य रूप से शामिल है।
उपरोक्त सभी मांगों पर प्रबंधन द्वारा क्षेत्रीय एवं मुख्यालय स्तर पर जल्द से जल्द पहल करवाने का आश्वासन दिया गया। वार्ता में प्रबंधन की ओर से महाप्रबंधक गुप्ता के अलावा क्षेत्रीय प्रबंधक कार्मिक एवं प्रशासन (एसओपी) जयंत कुमार व यूनियन की ओर से मो. इसराफिल उर्फ बबन, संतोष कुमार आस, मो. जानी, विनोद यादव, मुर्शिद अंसारी, तारा सिंह, बानेश्वर प्रजापति सहित कई यूनियन सदस्यगण मुख्य रूप से उपस्थित थे।।
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