सिद्धार्थ पांडेय/जमशेदपुर (झारखंड)। कोल्हान प्रमंडल में मानव तस्करी से आम रहिवासी परेशान है। भुखमरी, बदहाली का दंश झेल रहे रहिवासियों को बिचौलियों की मदद से बाहर यथा दिल्ली, मुंबई में बेच दिया जा रहा है।
इसी कड़ी में सारंडा स्थित छोटानागरा थाना क्षेत्र का सबसे चर्चित मानव तस्करी प्रकरण का मुख्य आरोपी अलबीस तोपनो पुलिस के हत्थे चढ़ गया। थाना प्रभारी उमा शंकर वर्मा ने हरियाणा के गुड़गांव से नाटकीय ढंग से उसे पकड़ कर न्यायालय में उपस्थापन के बाद जेल भेज दिया।
पुलिस के अनुसार आरोपी अलबीस तोपनो पश्चिम सिंहभूम जिला के हद में गुदड़ी थाना के बांदु गांव निवासी दिलबर तोपनो का पुत्र है। उसके खिलाफ छोटानागरा थाना कांड क्रमांक-05/23, बीते 26 मार्च को धारा-370/34 भादवि के तहत प्राथमिकी दर्ज है।
अलबीस को पकड़ने जब थाना प्रभारी दिल्ली गये तो वह गुड़गांव भाग गया। बहुत मुश्किल से उसे गुड़गांव से पकड़ा गया। पुलिस के अनुसार इस कांड का एक आरोपी अभी भी फरार है।
उल्लेखनीय है कि डेढ़ वर्ष पूर्व गंगदा पंचायत के दुईया के एक पीड़ित की नाबालिग बहन एवं एक अन्य पीड़ित की नाबालिग बेटी को मानव तस्करों ने गुमराह कर परिवार को बिना जानकारी दिये अपने साथ दिल्ली ले गये थे। पीड़िता की तबियत दिल्ली में खराब होने के बाद मानव तस्कर उसे ट्रेन से मनोहरपुर स्टेशन छोड़ भाग गये थे।
जैसे-तैसे युवती अपने घर पहुंची थी। उसकी गंभीर स्थिति को देख युवती के भाई ने मनोहरपुर सीएचसी में भर्ती कराया था। लेकिन इलाज के बाद 26 मार्च को उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद मृतका के भाई ने मानव तस्करों पर गंभीर आरोप लगाया था।
दूसरी युवती के पिता ने छोटानागरा थाने में मामला दर्ज कराया था। हालांकि अभी दूसरी युवती बरामद नहीं हुई है। थाना प्रभारी ने कहा कि जल्द हीं दूसरे फरार आरोपी और युवती को भी बरामद किया जायेगा।
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