एस. के. पांडेय/चाईबासा (प. सिंहभूम)। पश्चिमी सिंहभूम जिला के हद में सारंडा के अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र गंगदा गांव में 27 मई को हो समाज द्वारा छाता पोरोब का आयोजन किया गया।
ज्ञात हो कि छाता मेला पर्व आदिवासियों के पौराणिक व विलुप्त होता लोकप्रिय पर्व है। यह गर्मी के मौसम में आयोजित किया जाता है। इसे जेठ पर्व भी कहा जाता हैं। पर्व के दौरान कच्चे बांस में रंगीन छतरी लगाकर खड़ा किया जाता है। इसके बाद विधिवत पूजा-अर्चना के बाद ढोल, मांदर, नगाड़ों के बीच हो समुदाय द्वारा पारम्परिक नृत्य-गान कर छाता मेला पर्व मनाया जाता है।
इस दौरान गंगदा गांव के ग्रामीण, युवक, युवतियां तथा बच्चों ने पारंपरिक ढोल नगाड़े के साथ हो नृत्य किया। इस दौरान मौके पर चूड़ी सुरीन, लांगो चाम्पिया, गुलिया चाम्पिया, जुरिया चकिया, बिरसा चाम्पिया सहित अन्य मौजूद थे।
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