गंगोत्री प्रसाद सिंह/हाजीपुर (बिहार)। बिहार राज्य में वर्ष 2016 से पूर्ण शराबबंदी कानून लागू है। राज्य का पूरा प्रशासन शराब बंदी कानून को लागू करने में लगा है। यह कानून बिहार के मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है।
बिहार में शराब बंदी कानून लागू हुये 7 वर्ष बीतने वाले हैं, लेकिन पूर्ण शराब बंदी की दिशा में सरकार को सफलता नही मिली। आज भी सरकारी स्तर पर शराब बंदी को लेकर दिखावे के लिए नूरा कुस्ती जारी है।
खास यह कि बिहार के सभी पड़ोसी राज्यो औऱ नेपाल में शराब की खुलेआम बिक्री होती है। बिहार में अबैध शराब की बिक्री के धंधे में बिहार के लाखों बेरोजगार लगे हैं।पुलिस अबैध धंधेबाजों को गिरफ्तार कर जेल भेजती है। धंधेबाज जमानत पर बाहर आकर फिर से अपने धंधे में लग जाते हैं।
बिहार में शराब बंदी कानून की भयावहता का इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस शराब बंदी कानून के अंतर्गत अभी तक 4 लाख से अधिक मुकदमे 6 लाख से अधिक पुरुष और महिलाओं के विरुद्ध मुकदमा दर्ज हो चुका है। इस कानून के लागू होने के बाद राज्य में जहरीली शराब पीने से सैकड़ो मौत हो चुकी है।
दर्जनों पियक्कड़ अपनी आंखों की रोशनी गवा चुके हैं। समाज शास्त्रियों का आकलन है कि इस कानून के चक्कर मे फंसने वाले और जेल जाकर लौटने वाले अधिकांश युवा अपराधी बन चुके हैं।सरकार द्वारा इस कानून को कड़ाई से लागू करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन धंधेबाज पैसा और पैरवी के बल पर अपना धंधा बखूवी चला रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बिहार में अंग्रेजी शराब अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल, झारखंड, हरियाणा, नेपाल आदि से रोज भर भर ट्रक और कन्टेनर से लाया जाता हैं। इन बड़े धंधेवाजो को कुछ भ्रष्ट पुलिस कर्मियों का साथ भी मिलता है। पूरे राज्य में कही न कही अवैध अंग्रेजी शराब की बड़ी बड़ी खेप ट्रक के ट्रक पकड़े भी जा रहे हैं।
इसी के आलोक में देखा जा रहा है कि वैशाली जिले में भी अवैध शराब का धंधा खूब फल फूल रहा है।
राज्य की कई जिलों को पार कर अंग्रेजी शराब के ट्रक विभिन्न थाना के एरिया में पहुच रहे हैं। वर्तमान में वैशाली के नए पुलिस अधीक्षक के जिले में आने के बाद जिले में शराब पीने वालो और अवैध धंधेबाजो की धर पकड़ कुछ तेज हुई है। एक बात देखने को मिल रही है कि छोटे छोटे धंधेबाज तो पुलिस के पकड़ में आ जाते हैं, लेकिन बड़े धंधेबाज अब भी छुट्टा घूम रहे है।
बीते 20 मई को वैशाली जिला के हद में सराय थाना में पदस्थापित पुलिस पदाधिकारियों ने थाना क्षेत्र के सम्भूपूर कुआरी गांव में छापामारी कर 4750 लीटर अंग्रेजी शराब सहित एक ट्रक, 5 पिकअप भान बरामद किया। आश्चर्य कि यहां एक भी अवैध शराब कारोबारी नही पकड़ा गया।
इसी प्रकार बीते 15 मई को पातेपुर थाना पुलिस ने कुतुबपुर चौक पर छापा मारकर एक ट्रक अंग्रेजी शराब, एक पिकअप, 7 चारपहिया, एक मोटर साइकिल सहित 4725 लीटर अंग्रेजी शराब बरामद किया, लेकिन दो ड्राइवरों के अलावा कोई धंधेवाज नही पकड़े गए।
इससे पूर्व 7 मई को गंगा ब्रिज थाने की पुलिस ने एक बलेरो पर लोड अंग्रेजी शराब के कार्टून 945 लीटर बरामद किया, लेकिन यहां भी धंधेबाज नही पकड़ा गया। उपरोक्त अबैध शराब की बरामदगी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि अबैध शराब का धंधा जिले में बंद नही हो सका है। यह धंधा अब भी बदस्तूर जारी है। साथ हीं बिहार सरकार की नूरा कुस्ती।
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