बिना लाइसेंस, हेलमेट के बाइक चलाते पकड़े गए, तो होगी अभिभावक को जेल
एस. पी. सक्सेना/बोकारो। सड़क हादसों से स्कूली बच्चों को बचाने के लिए बोकारो इस्पात नगर के विद्यालयों व् आसपास के इलाके में पुलिस-गश्त तेज कराई जाएगी। इस क्रम में जो भी छात्र बिना हेलमेट या वैध लाइसेंस वाहन चलाते पकड़े गए, उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई होगी। नियमानुसार 25 हजार रुपए तक का जुर्माना वसूला जाएगा। इसमें बच्चों के अभिभावक को तीन साल तक की जेल भी हो सकती है।
यह चेतावनी दी है 12 मई को बोकारो के जिला सड़क सुरक्षा समिति सदस्यों ने। समिति के जिला सड़क सुरक्षा प्रबंधक गोविंद कुमार सिंह ने बोकारो के दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) प्रांगण में विद्यार्थियों के लिए सड़क सुरक्षा पर आयोजित जागरूकता कार्यशाला को संबोधित करते हुए उक्त बातें कही।
उन्होंने कहा कि 18 वर्ष की उम्र में बच्चों का ड्राइविंग लाइसेंस बनता है। वैध लाइसेंस मिलने के बाद ही हेलमेट पहनकर ट्रैफिक नियमों का पालन करते हुए विद्यार्थी वाहन चलाएं। ऐसा न करने की स्थिति में कार्रवाई की जायेगी। यह कार्रवाई अंततोगत्वा बच्चों के हित के लिए ही है।
इससे पूर्व यहां जिला परिवहन विभाग के सहयोग से आयोजित उक्त कार्यशाला में बच्चों को ट्रैफिक नियमों के पालन तथा सड़क सुरक्षा के संबंध में सभी पहलुओं का विस्तार से जानकारी दी गई। परिवहन विभाग की ओर से उपस्थित सड़क सुरक्षा प्रबंधक गोविंद कुमार सिंह सहित आईटी सहायक संतोष कुमार एवं सड़क अभियांत्रिकी विश्लेषक विशाल पाठक ने छात्र-छात्राओं को यातायात नियमों की जानकारी दी।
इस अवसर पर प्रस्तुतीकरण के माध्यम से उन्हें सड़क किनारे के सभी यातायात चिन्हों, उनके संकेत, महत्व और उससे संबंधित बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में समझाया गया। बच्चों के बीच ट्रैफिक नियम से संबंधित पर्चा-वितरण भी किया गया।
इस अवसर पर जिला सड़क सुरक्षा समिति के आईटी सहायक संतोष कुमार ने बताया कि नौजवान आजकल सबसे ज्यादा बेतरतीब तरीके से वाहन चलाते हैं। रफ ड्राइविंग और ओवर स्पीड सड़क दुर्घटना का सबसे बड़ा कारण है। उन्होंने कहा कि माता पिता को एक बच्चे को पालने में 15 से 20 साल लग जाते हैं।
जरा सी लापरवाही अगर हो जाए तो 15 सेकंड में ही सब कुछ खत्म हो जाता है। यह न केवल उनके लिए, बल्कि उनके परिवार और समाज के लिए भी अपूरणीय क्षति होती है। इसलिए हमेशा वाहन चलाते समय ट्रैफिक नियमों का पालन जरूर करें।
इस क्रम में विद्यार्थियों को बाइक पर हेलमेट पहनने, कार में सीट बेल्ट लगाने सहित सभी यातायात नियमों के पालन की शपथ भी दिलाई गई। मौके पर उपस्थित बच्चों ने ट्रैफिक संबंधी प्रश्न भी पूछे, जिनका यातायात विभाग के प्रतिनिधियों ने उत्तर देकर उनकी जिज्ञासा शांत की।
कार्यशाला में विद्यालय के प्राचार्य डॉ. ए एस गंगवार ने यातायात नियमों के प्रति बच्चों में जागरूकता पर बल देते हुए इस दिशा में इस प्रकार की कार्यशाला को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाएं आज के दौर में मृत्यु का सबसे बड़ा कारण हैं।
देश में जितने लोग बीमारी से नहीं मरते, उससे कहीं अधिक सड़क दुर्घटना में हर दिन लोगों की जान जा रही है। इसके प्रति बच्चों में छात्र जीवन से ही संवेदनशीलता महत्वपूर्ण है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर विद्यालय में उक्त कार्यशाला आयोजित की गई है।
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