सिद्धार्थ पांडेय/जमशेदपुर (झारखंड)। बीते 3 से 8 मई तक रूस के मास्को में आयोजित मास्को वूशु स्टार्स इंटरनेशनल टूर्नामेंट में भारत की महिला खिलाडियों ने 17 (10 स्वर्ण, 4 रजत और 3 कांस्य) पदक जीतने का गौरव हासिल किया है।
वहीं उक्त अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिला से सटे उड़ीसा के क्योंझर जिला के हद में बड़बिल की बेटी स्वेता रानी महंतो ने स्वर्ण पदक जीतकर एक बार पुनः राष्ट्र सहित ओड़िशा प्रदेश और केन्दुझर जिला को गौरांवित किया है।
जानकारी के अनुसार बड़बील की बेटी स्वेता ने 48 किग्रा. वर्ग सब जूनियर गर्ल्स सांडा (फाइट) प्रतियोगिता में फाइनल मुकाबला रूस के खिलाड़ी के साथ हुआ था, जिसमें स्वेता ने अपनी पैनी और उत्कृष्ठ प्रदर्शन करते हुए जीत दर्ज कराई।
बड़बिल नप के वार्ड क्रमांक चार सेडिंग निवासी स्वेता रानी महंतो सोयाबली स्थित जिन्दल स्कूल में 10वीं की छात्रा है। इतनी छोटी उम्र में केन्दुझर जिला वूशु एसोसिएशन, वूशु एसोसिएशन ऑफ ओड़िशा, वूशु एसोसिएशन ऑफ इंडिया और साई (स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया) से खेल चुकी है।
स्वेता का पूरा परिवार क्रीड़ा से जुड़े होने के क्रम में पिता सह कोच पंकज कुमार महंतो इंदौर एशियन गेम्स मेडलिस्ट है। माता सुषमा महंतो किक बॉक्सिंग में नेशनल मेडलिस्ट और छोटा भाई नौ वर्षीय साईऑन महंतो नेशनल मेडलिस्ट है।
जेएसपी फाउंडेशन और केन्दुझर जिला प्रशासन द्वारा बड़बिल एवं आसपास के वूशु खिलाड़ियों ने कोच पंकज कुमार महंतो के निरन्तर प्रयास के साथ बड़बिल के खिलाड़ी पूरे देश सहित विश्व में लोहा मनवा चुके हैं। बड़बिल की बेटी स्वेता रानी द्वारा स्वर्ण पदक विजेता बनने की सूचना सोशल मीडिया पर आने के बाद पूरे नगर में गर्व और हर्ष का माहौल देखा जा रहा है।
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