अवध किशोर शर्मा/सोनपुर (सारण)। जनअधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने ब्राह्मणों पर आरजेडी के एक पूर्व विधायक के जातिगत विवादित बयान पर कड़ी आपत्ति की है।
उन्होंने 3 मई को वैशाली जिला के हद में सुभई में कहा कि आरजेडी में कभी कोई रामचरितमानस को लेकर विवाद करता है। कभी कोई ब्राह्मण और भूमिहार करता है। ऐसे में पार्टी को सख्त कदम उठाना चाहिए और ऐसे नेताओं को पार्टी से निकाल फेंकना चाहिए।
जनाधिकार पार्टी अध्यक्ष पप्पू यादव ने पिछले दिनों आरजेडी के एक पूर्व विधायक एवं पूर्व में बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के विवादित बयानों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उपरोक्त बातें कहीं।
मालूम हो कि आरजेडी के पूर्व विधायक ने कहा था कि भारत का एक भी ब्राह्मण देश के निवासी नही है। सभी रुस से भागे हुए ब्राह्मण है।अब जरुरत है हम लोगों को भी उन्हें अपने राज्य और देश से भगाने की।
जनाधिकार नेता हाजीपुर के शुभई स्थित पूर्व मुखिया सह जाप नेता स्व.ब्रह्मदेव राय के श्रद्धांजलि सभा में शामिल होकर दिवंगत मुखिया के तैल्यचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर संवेदना प्रकट करने के उपरांत पत्रकारों से उपरोक्त बातें कही।
उन्होंने कहा कि दिवंगत मुखिया हमलोगों के अभिवावक तुल्य थे।उनके निधन से मर्माहत हूं। उनका जाना समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जिस तरीके से गोवा के मुख्यमंत्री द्वारा बिहारियों को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया गया है।
वहां के मुख्यमंत्री को पता होना चाहिए कि बिहारी बिना गोवा जो आज पर्यटक स्थल बना हुआ है अगर बिहारी वहां काम नहीं किए होते तो आज ऐसी तस्वीर नहीं होती। उन्होंने कहा कि अगर गोवा के मुख्यमंत्री माफी नहीं मांगेंगे तो मैं बिहार में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दूंगा। जरूरत पड़ेगा तो मैं गोवा में जाकर बिहारियों का मान- सम्मान बचाने का काम करूंगा।
उन्होंने राजद के पूर्व विधायक के विवादित बयान पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि ऐसे नेता जो जात- पात और धर्म की राजनीति करता है उन्हें जल्द पद से मुक्त कर देना चाहिए। पार्टी से निकाल फेंकने की जरूरत है।
हालांकि पप्पू यादव ने बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का हवाला देते हुए कहा कि आरजेडी में कभी कोई रामचरितमानस को लेकर विवाद करता है तो कभी कोई ब्राह्मण और भूमिहार करता है। ऐसे में पार्टी को सख्त कदम उठाना चाहिए और ऐसे नेताओं को पार्टी से निकाल फेंकना चाहिए।
उन्होंने कर्नाटक में बजरंग दल विवाद को लेकर कहा कि देश में पीएफआई,बजरंग दल और आर. एस. एस जैसे संस्था हिंसा और दंगा कराती है।ऐसी संस्थाओं को बंद कर देना चाहिए।
उन्होंने कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस द्वारा उठाए गए मुद्दे का समर्थन करते हुए कहा कि भाजपा के कुछ नेता बजरंग दल और बजरंगबली को एक साथ जोड़कर राजनीति कर रहे हैं और यह विपक्ष पर आरोप लगा रहे हैं कि पहले यह लोग भगवान राम को कैद कर कर रखना चाहते थे अब उनको बजरंगबली से दिक्कत हो रही है।कार्यक्रम में प्रदेश महासचिव पिंटू यादव, जिला अध्यक्ष चितरंजन यादव, गोलू सिंह, सुजीत कुमार भोला इत्यादि मौजूद रहे।
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