एन. के. सिंह/फुसरो (बोकारो)। कोयला क्षेत्र में कार्यरत कामगारों तथा अधिकारियों को स्वस्थ एवं तनावमुक्त रखने को लेकर सीसीएल के विभिन्न कोयला क्षेत्रों में भारतीय योग एवं प्रबंधन संस्थान द्वारा कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
इसी को लेकर 25 अप्रैल को बोकारो जिला के हद में करगली ऑफिसर्स क्लब में ह्यूमन प्रोडक्टिविटी इंप्रूवमेंट योग एवं मेडिटेशन का आयोजन किया गया। इसमें बड़ी संख्या में सीसीएल कर्मी सहित आम जनों ने भाग लिया। यहां बीसीसीएल के पूर्व सीएमडी एके सिंह बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे।
भारतीय योग एवं प्रबंधन संस्थान के सौजन्य से आयोजित उक्त योग एवं मेडिटेशन शिविर के अवसर पर संस्थान के मुख्य संचालक पूर्व सीएमडी बीसीसीएल ए के सिंह ने कहा कि वे जिस कंपनी में 36 साल सेवा दी, उसके प्रति उनका अपना योगदान जरूरी है।
उन्होंने बताया कि कोयला क्षेत्र में कार्यरत कर्मी छोटी-मोटी दुर्घटनाओं के बाद घबरा जाते हैं, जबकि ऐसी परिस्थिति में उन्हें अपना संतुलन बनाए रखना जरूरी होता है। उक्त कार्यक्रम इसी पर आधारित है, ताकि कोल कर्मी योग और मेडिटेशन (ध्यान) के माध्यम से स्वयं को संतुलित रख कर उत्पादन और उत्पादकता को बढ़ाने में सहायक बन सके।
पूर्व सीएमडी ने बताया कि उक्त कार्यक्रम के तहत अब तक उनके द्वारा सीसीएल के छह विभिन्न कोयला क्षेत्रों में एक दिवसीय योग एवं मैडिटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया है, जिसमें सीसीएल के बरका सयाल, अरगड्डा, कुजू, चरही (हजारीबाग), रजरप्पा, कथारा के बाद बीएंडके क्षेत्र शामिल है।
उन्होंने बताया कि पहले चरण के अंत में 26 अप्रैल को ढोरी क्षेत्र में उक्त कार्यक्रम किया जाएगा। इसके बाद दूसरे चरण में सीसीएल के एनके, मगध आम्रपाली, संघमित्रा आदि क्षेत्र में जाकर यह कार्यक्रम किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि उक्त कार्यक्रम केवल सीसीएल मुख्यालय रांची में करने से इसके उद्देश्य की पूर्ति और कोयला क्षेत्र में कार्यरत अधिकारियों को इसका लाभ नहीं मिल पाता, इसीलिए उनकी सोंच क्षेत्रीय स्तर पर योग एवं ध्यान कार्यक्रम कर अधिक से अधिक रहिवासियों को लाभ पहुंचाना रहा है।
पूर्व सीएमडी सिंह ने बताया कि इंसान स्वयं में कैसे बदलाव लाए जिससे वह तनाव रहित रह सके। इसी को लेकर उन्होंने तथा आचार्य राजीव कुमार नैयर द्वारा पांच चरणों में योग एवं ध्यान का कार्यक्रम चला रहे है। जिसके पहले चरण में योग, दूसरे में ध्यान, तीसरे में सम्यक दृष्टि, चौथे चरण में सम्यक संबंध तथा पांचवा चरण पुनः ध्यान पर आधारित है।
जिसमें मानवीय उत्पादकता को प्रोत्साहन देने के लिए कई प्रकार से इसे प्रस्तुत किया जा रहा है, जिसमें गीत, संगीत, योग्, उच्चारण, भजन, कीर्तन आदि शामिल है।
मौके पर आचार्य राजीव कुमार नैयर ने कहा कि मानव के बुनियादी जीवन को सुंदर बनाने के लिए अधिकारियों तथा व्यवसायियों के कार्य क्षमता को बेहतर बनाने के लिए स्वाध्याय की प्रक्रिया से गुजरना आवश्यक है। इस कार्यक्रम के माध्यम से शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक तथा भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए इसे और बेहतर से बेहतर करने का प्रयास किया जा रहा है।
इससे पूर्व ऑफिसर्स क्लब परिसर में पूर्व सीएमडी बीसीसीएल अजय कुमार सिंह का बीएंडके महाप्रबंधक एम के राव ने बुके देकर स्वागत किया। इस अवसर पर पीओ राजीव कुमार सिंह, क्षेत्रीय प्रबंधक उत्खनन प्रवीण कुमार, आदि।
क्षेत्रीय अधिकारी असैनिक आर के प्रधान, क्षेत्रीय अधिकारी सर्वेक्षण देवजीत मजुमदार, भविष्य भारती, प्रेक्षा मिश्रा, विश्वास वत्स, डीपी मौर्या, गजेंद्र सिंह, जितेन्द्र पासवान, दिलीप सोनी सहित सौ से अधिक अधिकारी और कर्मचारी एवं अन्य गणमान्य शामिल हुए।
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