बाल विवाह के खिलाफ कसमार में जागरूकता कार्यक्रम

रंजन लाला/कसमार (बोकारो)। बाल विवाह की रोकथाम के मुद्दे को लेकर 22 अप्रैल को बोकारो जिला के हद में कसमार प्रखंड के धधकिया गांव में सहयोगिनी संस्था द्वारा सामुदायिक बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान अक्षय तृतीया तथा ईद के मौके पर लड़कियों का बाल विवाह ना हो इस पर विशेष रूप से चर्चा की गई।

यहां आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सहयोगिनी के सूर्यमणि देवी ने कहा कि बाल विवाह के खिलाफ मजबूत कानून बनाने और मौजूदा कानून का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने 18 साल तक के बच्चों के लिए इस दौरान मुफ्त शिक्षा का प्रावधान करने की भी मांग की।

इस संबंध में सहयोगिनी बोकारो के समन्वयक कुमारी किरण ने कहा कि सहयोगिनी कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन के साथ मिलकर सहयोगिनी बाल विवाह उन्मूलन को लेकर अभियान चला रहा है।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में बाल विवाह कराने वाले लोगों को दंडित करने के लिए विशेष कानून अर्थात बाल विवाह निषेध अधिनियम 2006 (प्रोहिबिजन ऑफ चाइल्ड मैरिज एक्ट, 2006, [पीसीएमए]) है, फिर भी बाल विवाह को समूल नष्ट करने के लिए वर्तमान क़ानून को संशोधित कर मजबूत बनाने की जरूरत है। साथ ही मौजूदा कानून का कड़ाई से पालन सुनिश्चत करने की जरूरत है।

इस अवसर पर किशोरियों ने बाल विवाह के खिलाफ नुक्कड़ नाटक एवं भाषण प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। कार्यक्रम में धधकिया वार्ड सदस्य नीलम देवी, संजोती देवी, कांति देवी, फूलचंद मुंडा, रामकुमार मुंडा, तारा देवी, तिलका देवी, हेमा कुमारी, होलिका कुमारी, आशा कुमार, राखी कुमारी, रीता कुमारी, अर्पिता कुमारी, माही कुमारी आदि उपस्थित थे।

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