दलित छात्रा की दुष्कर्म के बाद हत्या मामले की परिजनों से ली जानकारी
एस. पी. सक्सेना/लातेहार (झारखंड)। राजनीतिक दलों यथा कांग्रेस, झामुमो, माकपा, भीम आर्मी, बहुजन चेतना मंच का एक शिष्टमंडल 20 अप्रैल को लातेहार जिला के हद में चंदवा प्रखंड के हाका गांव पहुंचा। जहां बीते दिनों असामाजिक तत्वों द्वारा एक दलित नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गयी थी।
झामुमो के केंद्रीय समिति सदस्य दीपू कुमार सिन्हा, भीम आर्मी के प्रदेश सचिव बीरेंद्र कुमार, कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद प्रतिनिधि असगर खान, बाबर खान, माकपा जिला सचिव सुरेंद्र सिंह, सीपीएम के वरिष्ठ नेता सह कामता पंचायत समिति सदस्य अयुब खान, ललन राम, बहुजन चेतना मंच के जीतेंद्र सिंह, जेएमएम के राम भजन सिंह, मो. आलम ने 20 अप्रैल को हुटाप पंचायत के हद में हाका गांव पहुंची। शिष्टमंडल ने घटना स्थल का जायजा लिया।नाबालिग छात्रा की दुष्कर्म करने के बाद हत्या के संबंध में जानकारी ली।
इस अवसर पर दलित बच्ची के परिजनों ने शिष्टमंडल को बताया कि मेरी बच्ची गांव के स्कूल में चौथी क्लास में पढ़ती थी। घटना के दिन शाम को गांव के दुसरे घर में सांप निकला था, उसे देखने मेरी बेटी गई थी। इसके बाद मेरी बेटी के साथ उक्त घटना को अंजाम दिया गया।
परिजनों के अनुसार हत्यारों ने मेरी बच्ची के साथ दुष्कर्म करने के बाद उसकी गरदन, गले की पसली तोड़ दी। सीने में पत्थर रख दिया। नांक, मुंह में खून लगा हुआ था। दुष्कर्म एवं हत्या की घटना को अंजाम देने के बाद अपराधियों ने गुमराह करने हेतु शव को घर के पिछवाड़े लाकर रख दिया।
राजकीय प्राथमिक विद्यालय हाका की शिक्षिका बसंती एक्का ने बताया कि घटना से स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों पर भी असर पड़ा है। उन्होंने कहा कि बच्चे काफी भय में हैं। घटना के बाद से कुछ बच्चे स्कूल नहीं आ रहे हैं।
ज्ञात हो कि, मृतक बच्ची के पिता दुसरे प्रदेश में जाकर ईट भट्ठा में तथा गांव में मजदुरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं।
दौरे के बाद नेताओं ने संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि उक्त घटना अत्यंत जघन्य, लोमहर्षक, निंदनीय तथा चिंतनीय है।
बच्ची के परिजनों एवं घटनास्थल का मुआयना करने के बाद यह स्पष्ट परिलक्षित होता है कि घटना को अंजाम देने वाले, बच्ची से जान पहचान वाले हैं। इस जघन्य एवं लोमहर्षक घटना के बाद पूरे गांव एवं चंदवा प्रखंड के रहिवासियों में गहरा रोष व्याप्त है। उक्त घटना का असर गांव के अन्य बच्चों पर भी देखने को मिल रहा है।
वे अत्यंत डरे सहमे तथा व्यथित हैं। स्कूल जाने से भी कतरा रहे हैं, जिससे स्कूल में बच्चों की उपस्थिति भी कम हो रही है। कहा गया कि सारी निगाहें पुलिस प्रशासन की ओर लगी हुई है।
ऐसे में पुलिस प्रशासन से अपेक्षा है कि वह जल्द ही मामले का उद्भेदन कर दोषियों को कठोर से कठोर सजा दिलाएगी। नेताओं ने परिजनों को ढ़ाढ़स बंधाते हुए भरोसा दिया कि इस दुख के घड़ी में हम सभी आपके साथ हैं। आपके साथ अन्याय हुआ है। न्याय दिलाने के लिए आपके साथ हमेशा खड़ा हैं।
नेताओं ने यह भी कहा कि मामले को दबने नहीं दिया जाएगा और जरूरत पड़ने पर इसकी शिकायत राज्य के मुख्यमंत्री, न्यायालय एवं हरिजन आदिवासी आयोग आदि के स्तर पर भी की जाएगी।
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