रंजन लाला/कसमार (बोकारो)। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत 19 अप्रैल को झारखंड बंदी का कसमार प्रखंड में व्यापक असर देखा गया। सुबह से ही दर्जनों बंद समर्थक सड़क पर उतरकर बाजारों को बंद कराते देखे गये। प्रचंड गर्मी के बावजूद बंद समर्थक पुरा दिन सड़क व् बाजारों में डटे रहे।
झारखंड स्टेट इन स्टूडेंट यूनियन के आह्वान पर झारखंड सरकार के 60/40 के स्थानीय नीति लागू करने के विरोध में एक दिवसीय बंद का असर कसमार प्रखंड के विभिन्न गांव में देखा गया। बंद समर्थकों द्वारा सरकार की 60/40 स्थानीय नियोजन नीति का पुरजोर विरोध कर बंद समर्थकों ने चेतावनी देते हुए कहा कि झारखंड में 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति को अविलंब लागू करें।
यह वर्तमान वैकल्पिक 60/40 नीति को रद्द किया जाए। बंद समर्थक पूरी आक्रोश के साथ क्षेत्र का भ्रमण कर रहे थे। क्षेत्र के दुकानदार अपने आप दुकानें बंद कर रहे थे। दूरी की गाड़ियां नहीं चली।
जानकारी के अनुसार इस दौरान कसमार प्रखंड के हद में पीरगुल चौक में बंद समर्थकों ने सड़क जाम कर दिया। कुछ समर्थक कसमार, मधुकरपुर, दांतू, बहादुरपुर, खैराचातऱ, बागदा, मंजुरा क्षेत्रों का भ्रमण कर रहे थे। बंद समर्थकों द्वारा बंद सफल कराने में झारखंड आदिवासी मूलवासी मोर्चा, झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के पदाधिकारी अमरेश कुमार लाल, आदि।
भुनेश्वर महतो, प्रशांत महतो, सुखदेव महतो, विष्णु चरण, गणपति, भूदेव लाल, अभिषेक, कुंदन, जितेंद्र, तेज नारायण, उज्जवल जयसवाल, फिरोज अंसारी, राहुल, शत्रु, अमित नायक, शिव शंकर, त्रिलोचन, शिवचरण, कुंदन, रुपेश, मृत्युंजय, विनोद, लालू आदि बंद समर्थक सक्रिय रहे।
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