अभाव में भी तेनालीराम बन गया राजा के दरबार का रत्न
एस. पी. सक्सेना/पटना (बिहार)। बिहार की राजधानी पटना के प्रेमचंद रंगशाला में प्रवीण सांस्कृतिक मंच की ओर से आयोजित प्रवीण स्मृति नाट्य उत्सव के दूसरे दिन 8 अप्रैल को नाटक से पूर्व प्रवीण नाट्य स्मृति सम्मान शहर के सक्रिय रंगकर्मी सत्य प्रकाश को प्रदान किया गया। यह सम्मान देश के प्रतिष्ठित रंगकर्मी अवतार साहनी के हाथों प्रदान किया गया। जिसमें 25 हजार का चेक व प्रतीक चिन्ह शामिल है।
इस अवसर पर नाटक विकट कवि का मंचन सत्य प्रकाश के निर्देशन में किया गया। इस कहानी में तेनालीराम के चरित्र की खासियतों को दर्शाया गया, जो देश के उन लोकप्रिय चरित्रों में से एक हैं जिनके उपर रंगमंच में कम ही काम हुआ है। वह बच्चों के बीच अत्यंत लोकप्रिय और अपनी बुद्धिमता व हाजिर जवाबी के लिए विश्व प्रसिद्ध रहे।
तेनालीराम के उपर आधारित यह नाटक इस दिशा में विशेष रुप से बाल रंगमंच के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। चौदहवीं शताब्दी में दक्षिण भारत के विजयनगर साम्राज्य में उनका जन्म हुआ और उनका बचपन अभावग्रस्त रहा। उनकी शरारतों से उनकी मां परेशान रहा करती थीं।
पिता का साया कम उम्र में ही नहीं रहा, तो मां को उनके भविष्य की बहुत चिंता रहती थी। मां काली की उन पर विशेष कृपा रहती थी। कालांतर में उनके आशीर्वाद से राज दरबार में उनकी जगह बनी। राजा कृष्णदेव राय ने उन्हें अपने दरबार के आठ रत्नों में से एक स्थान दिया। अपनी चतुराई और विद्या का उपयोग उन्होंने विजयनगर साम्राज्य के कल्याण हेतु किया।
उक्त जानकारी देते हुए चर्चित टीवी कलाकार व् कलाकार साझा संघ के सचिव मनीष महिवाल ने कहा कि प्रवीण स्मृति सम्मान नाट्योत्सव में विकट कवि ने दर्शकों को अपनी हास्य शैली से खूब गुदगुदाया। उन्होंने कहा कि इस नाटक की भाषा सरल रखी गई थी। लोक संगीत का भी इसमें समावेश किया गया था। चरित्र और परिवेश दक्षिण भारतीय थे, लेकिन प्रस्तुति को भाषा व क्षेत्र की सीमा से परे रखने का प्रयास किया गया था।
उन्होंने बताया कि इस नाटक के लेखक विवेक कुमार थे। वहीं नाटक के पात्रों में अंश राज, कृष कुमार, आदित्य राज, सुजल कुमार, रिशांत सिंह, सिमरन कुमारी, सृष्टि राज, कोमल कुमारी, रिमझिम, तेजस्वी, अभिज्ञान सुधांशु, नव्या मल्होत्रा, निम्मी, ऋषभ मल्होत्रा, सोहाना, सौरभ, नेहा, राधा, क्यारा एंजल प्रमुख थें।
संगीत रोहित कुमार, धीरज दास, प्रकाश राहुल कुमार रवि, सहयोग राजीव राय, कॉस्ट्यूम डिजाइन अंकिता शर्मा, मेकअप जितेंद्र कुमार जित्तू, सहयोग राहुल राज, सेट मेकिंग आदित्य कुमार, विनय, यश राज, रोहित के थे। इस नाटक के निर्देशक सत्य प्रकाश थे।
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