ममता सिन्हा/तेनुघाट (बोकारो)। नीलांबर पीतांबर स्मारक के समक्ष खरवार भोक्ता विकास संघ पेटरवार प्रखंड अध्यक्ष सेवा गंझु के नेतृत्व में 8 अप्रैल को हर्षोल्लास के साथ प्रथम वर्ष गांठ मनाया गया।
इस अवसर पर प्रखंड अध्यक्ष सेवा गंझु ने बताया कि लंबी लड़ाई और संघर्ष के बाद 8 फरवरी 2022 में झारखंड के भोक्ता समुदाय को अनुसूचित जाति से हटाकर आदिवासी का दर्जा प्राप्त हुआ था।
भारत सरकार के जनजाति मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने संसद में झारखंड से संसोधित संविधान अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजाति के आदेश संशोधन विधेयक 2022 सबसे पहले राज्यसभा में पेश किया। तत्पश्चात यह विधेयक लोकसभा में पेश किया गया।
उक्त विधेयक को पारित कर अनुसूचित जनजाति का दर्जा प्राप्त हुआ। जिसमे भोक्ता, गंझु, देशवाली, दौलत बंदी, परबंदी, राउत, मंझिया, खैरी, खेरी सभी वर्गों को शामिल किया गया।
इस अवसर पर भोक्ता समाज के गणमान्य जनों ने एक दूसरे को लड्डू खिलाकर खुशी का इजहार किया। मौके पर बैजनाथ गंझु, पूरन भोक्ता, हीरालाल भोगता, रामचंद्र गंझु, सिंगल भोगता, विनोद गंझु, सुगंध गंझु, बुधन भोगता, हीरालाल भोगता, वासुदेव भोगता, बहादुर भोगता, प्रदीप भोगता, मनोज गंझु, ईश्वर गंझु, किशन भोगता सहित दर्जनों मौजूद थे।
304 total views, 3 views today