संवाददाता/ मुंबई/ दिल्ली। ऑल इंडिया लीगल एड फोरम (ए आई एल ए एफ) के 17वे वार्षिक समारोह में देश के सामाजिक, सांस्कृतिक एवं अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट भूमिका निभाने वाले करीब दो दर्जन से अधिक गणमान्यों को सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश और चेयरमैन, प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया, जस्टिस सी के प्रसाद और इलाहाबाद हाई कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायधीश अमिताभ लाला के हाथों सम्मानित किया गया।
इस मौके पर फॉर्म के चेयर पर्सन व पश्चिम बंगाल सरकार के श्रम विभाग के चेयरमैन जयदीप मुखर्जी, जस्टिस सतीश चंद्रा, जस्टिस अरुनवा बरुआ, सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता एवं ऑल इंडिया बार काउंसिल के अध्यक्ष, दिल्ली हाईकोर्ट के स्टैंडिंग काउंसिलर राजेश गोगना, प्रोफेसर कसीती कुमार सरकार आदि मौजूद थे।
गौरतलब है कि गरीब और बेसहारा लोगों को न्याय दिलाने कि लड़ाई में उतरी ऑल इंडिया लीगल एड फोरम द्वारा देश और दुनिया में अमन शांति और न्याय दिलाने का काम किया जा रहा है। फोरम के कार्यो को देखते हुए बड़ी संख्या में लोग इससे जुड़ते जा रहे है। इस संस्था की शुरुआत 1979 में हुई थी।
संस्था के 17 वें वार्षिक समारोह में मुंबई कस्टम विभाग के डिप्युटी कमिश्नर प्रशांत कुमार सिन्हा, कोलकता गौरंगो पृथ्वीराज, बाकुड़ा से मनन मुखर्जी, वर्धमान में डॉ रक्शित, मुंबई से मुश्ताक खान को मोमिन्टो व प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया गया।
दिल्ली के रफी मार्ग पर स्थित कॉन्स्टिट्यूशन क्लब के डिप्युटी स्पीकर हॉल में आयोजित दो दिवसीय इस कायक्रम में फॉर्म की अनुराधा मलीयाह सराफ, चंद्रन मजूमदार, प्रसन्नता मुखर्जी, मोले मुखर्जी, शीरशेंदू दास, अरुण, तोहान, अबीर, निर्मल, पत्रकार पवन यादव के अलावा बड़ी संख्या में गणमान्य मौजूद थे।
कॉन्फ्रेंस के पहले दिन सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता विश्वजीत भट्टाचार्य, ज्योतिका कालरा और पश्चिम बंगाल से आयी सुपर्णा बंदोपाध्याय ने अपनी मधुर गीतों से शामा बंधा। इस मौके पर पूर्व जस्टिस के हाथों कानून से जुड़ी एक पुस्तिका का विमोचन भी किया गया।
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