प्रहरी संवाददाता/बड़बिल (क्योंझर)। क्योंझर जिला के हद में बड़बील के जोड़ा खनिज अंचल टोंटो ग्राम में स्थित मेसर्स नरभेराम पावर एंड स्टील प्रा. लिमिटेड अपने परियोजना क्षेत्र में स्थानीय ग्रामीणों के समक्ष आने वाली चुनौतियों का समाधान के लिए लगातार प्रयासरत है।
फाउंडेशन के बैनर तले कंपनी जमीनी रिपोर्ट और समुदायों की आवश्यकताओं के आधार पर अपने कार्यक्रमों को विकसित और क्रियान्वित करने के क्रम में ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा की सबसे बड़ी समस्या को गंभीरतापूर्वक लिया है।
ज्ञात हो कि बड़बील के भद्रा साही पंचायत के विभिन्न क्षेत्रों में सरकारी एवं निजी विद्यालय उपलब्ध हैं, किन्तु अशिक्षित माता-पिता अपने बच्चों को शिक्षा के अधिकार से वंचित कर रहे हैं। भद्रासाही ग्राम पंचायत के टोंटो ग्राम एक आदिवासी बहुल्य क्षेत्र है।
गांव के अधिकांश बच्चे शिक्षा से दूर होने को केन्द्रित करते हुए कम्पनी लगातार ग्रामीणों को प्रेरित करते रहें हैं। इसी पहल में कम्पनी द्वारा स्थानीय सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में 40 बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने हेतु प्रवेश कराया है।
उड़ीसा राज्य में उत्कल दिवस के अवसर पर एक अप्रैल को भद्रासाही सरस्वती शिशु मंदिर में विशेष आयोजन के तहत मुख्य अतिथि भद्रासाही सरपंच प्रमिला नायक, नायब सरपंच सुरेश पात्रा, झूनू पात्रा ने विद्यालय में दाखिला लेने वाले बच्चों को यूनिफॉर्म, बैग, पानी बोतल का वितरण किया।
इस अवसर पर कार्यक्रम में उपस्थित नरभेराम पावर एण्ड स्टील प्राइवेट लिमिटेड के उपाध्यक्ष सदानंद राणा ने कहा कि हमारी पहल से ग्रामीण मुद्दों के लिए स्थायी समाधान प्रदान करने के लिए डिज़ाइन की गई है। एक टीम ग्रामीणों को विद्यालय के लिए प्रेरित करने के लिए उनके घर-घर जा रही है और सफल हो रहे हैं।
कम्पनी के एचआर प्रमुख पीयूस पांडेय ने कहा कि पिछले दिनों दाखिला लिए 40 विद्यार्थियों के लिए कंपनी उनके शैक्षणिक करियर में आने वाले सभी खर्चों को वहन करेगी। भद्रसाही सरपंच प्रमिला नायक ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि दूर-दराज के क्षेत्रों में हाशिये पर रहने वाले बच्चों को शिक्षा के लिए प्रेरित कराना एवं सहयोग के लिए आगे आना क्षेत्र में शिक्षा का प्रसार प्रचार स्वागत योग्य कदम है।
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