गंगोत्री प्रसाद सिंह/हाजीपुर (वैशाली)। केंद्रीय सड़क और राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार की भारतमाला परियोजना अंतर्गत वर्ष 2024 तक उत्तर बिहार और दक्षिण को जोड़नेवाली बिहार की आमस (गया) दरभंगा पहली एक्स्प्रेस वे को तैयार हो जाने की उम्मीद है।
इस एक्स्प्रेस-वे की कुल लम्बाई 230 किमी है। यह सड़क बिहार के गया स्थित आमस से मथुरापुर, गुरारू, पंचाननपुर, बेला, इब्राहिमपुर, ओकरी, पभेरा, रामनगर, सबलपुर, चकसिकंदर, दभैच, बहुआरा, शाहपुर बधौनी (ताजपुर), शिवनंदनपुर (बूढ़ी गंडक), बासुदेवपुर, रामनगर (लहेरियासराय), बेला नवादा (दरभंगा) के पास से गुजरेगी।
यह राज मार्ग वैशाली जिले के 34 गांवों से होकर गुजर रही है, जिसके लिये भूमि अधिग्रहण का कार्य हो चुका है। उक्त मार्ग के समतलीकरण का कार्य भी पूरा होने वाला है। गंगा नदी पर इस मार्ग के लिये बिदुपुर के नजदीक बनने बाले सिक्स लेन पुल का निर्माण कार्य भी अपने अंतिम चरण में है।
इस परियोजना के लिये वैशाली जिले के किसानों की जो जमीन अधिग्रहित की गई है, उसका मुआवजा का भुगतान भी वैशाली के जिलाधिकारी यशपाल मिणा के प्रयास से पातेपुर, जन्दाहा में भू-अर्जन पदाधिकारी और अंचल कार्यालय के कर्मचारियों
का कैम्प लगा कर किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार इस एक्सप्रेस-वे के चालू हो जाने के बाद उत्तर एवं दक्षिण बिहार की दूरी जहां कम होगी, वही लंबी जाम से आम राहगीरों को छुटकारा मिलेगा।
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