बंदी के दौरान व्यवसायी द्वारा माल उतारने के कारण विवाद का निपटारा
एन. के. सिंह/फुसरो (बोकारो)। बोकारो जिला के हद में फुसरो मे झारखंड में कृषि टैक्स की बढोतरी के विरोध में हुए बंदी की सफलता को लेकर जिलास्तरीय व्यापारियों की बैठक फुसरो स्थित भूत बंगला मे सुरेश वंशल के प्रतिष्ठान मे हुई।
जानकारी के अनुसार राज्य सरकार द्वारा झारखंड में कृषि टैक्स को लेकर विरोध जारी है। इस बीच व्यापारियों ने चैम्बर ऑफ कॉमर्स की अगुवाई में अनिश्चितकालीन खाद्यान्न दुकानों चौथे दिन बंद रखा। बता दें कि, झारखंड सरकार ने कृषि बाजार समिति टैक्स लागू किया है।
इसके जरिए कृषि बाजार शुल्क के रूप में 2 प्रतिशत टैक्स वसूलने की तैयारी की जा रही है, लेकिन टैक्स लागू होने से आमजनों को अनाज महंगे दर पर मिलेगा। व्यापारियों को भी इससे नुकसान होगा। जिसको लेकर आक्रोश है। खाद्यान दुकानों के बंद होने से जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
इस दौरान कई दुकानदारों के साथ बंद समर्थकों की बहस भी देखने को मिली। थोक दुकानों में न कहीं से आवक हुआ और न ही यहां से माल भेजा गया। कुछ किराने की दुकानें को छोड़ अधिकांश दुकाने बंद दिखी। वहीं, आलू-प्याज और फल-सब्जी कारोबार अन्य दिनों की तरह सुचारू दिखी।
व्यापारियों ने कहा कि यह सरकार व्यवसायी विरोधी है। सरकार से आग्रह है कि इस बिल को खत्म कर व्यवसायियों को राहत दे। व्यापारियों ने कहा कि पूर्व की बीजेपी सरकार ने एक परसेंट को खत्म किया था, लेकिन यह सरकार 2 प्रतिशत चार्ज कर व्यवसाय को बिगाड़ने का काम की है।
चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के पदाधिकारी बेरमो विघायक कुमार जयमंगल सिंह से मुलाकात कर मांग पत्र सौंपा और इस कानून को खत्म करने की मांग की।
बंद समर्थकों ने साफ तौर पर कहा कि सरकार से फरमान वापस लेने तक विरोध जारी रहेगा। व्यवसायियों ने बताया कि इस अतिरिक्त कर से महंगाई बढ़ेगी और छोटे व्यापारियों को इसका खामियाजा उठाना पड़ेगा। व्यवसायियों ने सरकार से अविलंब इस निर्णय को वापस लेने की मांग की।
बैठक में सर्वसम्मति से बंदी के दौरान ट्रक से माल उतारने और दूकान खोलने वाले जरीडीह बाजार व्यवसाई लोचन सिंह, अनिल गोयल और सुरेश वंशल को एक रूपया का फाइन लगाया गया।
कहा गया कि झारखंड सरकार द्वारा मनमाने ढंग से बाजार शुल्क दो प्रतिशत लगा दिया जो व्यवसायियों पर बोझ डालने जैसा है। शुल्क बढोत्तरी से महंगाई पर भी असर पड़ेगा जिसका खामियाजा आम जनता को भोगना पड़ेगा। बैठक मे बंदी के दौरान जरीडीह बाजार के व्यवसायी लोचन सिंह के द्वारा माल उतारने के कारण हुए विवाद का निपटारा किया गया।
फुसरो मे बंदी की सफलता को लेकर 11 सदस्यीय टीम गठित की गई। मौके पर राज कुमार अग्रवाल, प्रेम अग्रवाल, अनिल गोयल, संजय सिंह, सुरेश बंसल, रामावतार केजरीवाल, नेमीचंद गोयल, देवीदास, कृष्ण कुमार चांडक, संजय अग्रवाल, सुनील अग्रवाल, आदि।
छितरमल बंसल, अजय गोयल, जगदीश मुनका, प्रेम गोयल, मीनू अग्रवाल, विकास अग्रवाल, कमल अग्रवाल, हनुमान पिलानिया, दीपू अग्रवाल, रामपति पांडेय, दामोदर अग्रवाल, अशोक अग्रवाल आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।
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