मुंबई। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की 50वीं वर्षगांठ पर चेंबूर के सुमननगर स्थित चिखलवाड़ी के स्कूली छात्रों में 300 छाता का वितरण किया गया। छाता वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि मराठी फिल्म के अभिनेता उमेश कामत थे। वहीं विशिष्ठ अतिथि के तौर पर जोन 6 के पुलिस उपयुक्त साहाजी उमप और सीआईएसएफ के आरसीएफएल कमांडेन्ट मोहम्मद हनीफ व आरसीएफ लि़ के कार्यकारी निदेशक/ मानव संसाधन विभाग के अरुण वी. नवाडे आदि मौजूद थे। इस अवसर को और भी खुशगवार बनाने के लिए सीआईएसएफ के करीब 30 जवानों की टोली मौजूद थी। हालांकि इस समारोह को सफल बनाने में आरसीएफ पुलिस के सीनियर पीआई श्रीकांत देसाई व उनकी टीम ने अहम भूमिका निभाई।
गौरतलब है कि सीआईएसएफ (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) की स्वर्ण जयंती वर्ष (Golden jubilee year) का जश्न बारिश से बचने के लिए छतरी वितरण कर मनाया गया। बता दें कि 10 मार्च 2018 से शुरू हुए इस तरह का कार्यक्रम 10 मार्च 2019 तक चलता रहेगा। उल्लेखनीय है कि सीआईएसएफ का गठन 10 मार्च 1969 को हुआ था। इस अर्धसैनिक बल का उपयोग देश के सार्वजनिक क्षेत्रों के उपकरणों की सुरक्षा के लिए किया जाता है। इसकी पहल सिर्फ 3000 कर्मियों से की गई थी। जो कि वर्तमान में बढ़कर 1.55 लाख हो चुकी है।
बताया जाता है कि मौजूदा समय में सीआईएसएफ द्वारा औद्योगिक क्षेत्रों के अलावा देश के लगभग सभी हवाई अड्डों व अतिसंवेदनशील प्रतिष्ठानों में सुरक्षा मुहैया कराया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि आरसीएफएल पहला ऐसा सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम है जहां पर सीआईएसएफ सर्वप्रथम 01 नवंबर 1969 को अधिष्ठापित हुई थी। इस इकाई में स्वर्ण वर्ष के अवसर पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सीआईएसएफ के क्षेत्रीय कमांडेन्ट मोहम्मद हनीफ ने बताया की राष्ट्र की सेवा के अलावा हम सामुदायिक सेवाओं में भी सराहनीय कदम उठा रहे हैं।
इस विरासत को आगे बढ़ाते हुए आरसीएफएल के सहयोग से छाता का वितरण किया गया। सीआईएसएफ का मुख्य उद्देश्य मानवता सेवा है। इसके तहत सुमन नगर स्थित चिखलवाड़ी के बच्चों को बारिश से बच कर स्कूल व कॉलेजों में जाने के लिए प्रोत्साहित करना है। इस मौके पर साआईएसएफ द्वारा स्थानीय निवासियों को सुरक्षा के जागरुक कराया। ताकि सुरक्षा के प्रति उन्हें और संवेदनशील बनाया जा सके।
वहीं अभिनेता उमेश कामत ने सीआईएसएफ की इस भूमिका की सराहना की। इसके बाद जोन 6 के पुलिस उपायुक्त साहाजी उमप ने आतंकवादी तत्वों की योजनाओं को विफल करने व सुरक्षा के मद्देनजर एहतियाती उपायों के बारे में बताया। इस अवसर पर आरसीएफ के मुख्य महाप्रबंधक श्रीकृष्णन, जनसंपर्क विभाग के संजय जगताप और हर्षला नितेंद्र शिंदे आदि कई गणमान्य मौजूद थे। वहीं सीआईएसएफ के सहायक कमांडेट पी एस रावत, पीके मंडल और इस कार्यक्रम को सफल बनाने में मनोहरलाल कटारिया ने अहम भूमिका निभाई।
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