एस. पी. सक्सेना/पटना (बिहार)। केंद्रीय संगीत नाटक अकादमी दिल्ली के उप सचिव और वरिष्ठ रंगकर्मी सुमन कुमार ने कहा है कि रंगमंच हमारे जीवन संघर्ष, चुनौतियों और सम्भावनाओं को रचनात्मकता के साथ संप्रेषण का उपादान है। यह जीवन दर्शन विशिष्टता प्रदान करता हैं।
रंगकर्मी सुमन कुमार 4 फरवरी की शाम 37वें पाटलिपुत्र नाट्य महोत्सव के दौरान कालिदास रंगालय में नाटक पर चर्चा सत्र के दौरान पटना शहर के रंगकर्मियों से मुखातिब थे।
उन्होंने कहा कि बिहार सहित हिंदी पट्टी में रंगकर्मियों के लिए संभावनाओं के अनेक द्वार खुल रहे हैं। इसका लाभ बिहार के रंगकर्मियों को मिलने लगा है।
कार्यक्रम में वरिष्ठ रंगकर्मी उषा वर्मा डॉ ध्रुव कुमार, नीलेश्वर मिश्रा, अभय सिन्हा, आशीष कुमार मिश्र, अभिषेक कुमार, सोमा चक्रवर्ती, मनीष महिवाल आदि रंगकर्मी उपस्थित थे।
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