एस. पी. सक्सेना/बोकारो। बोकारो जिला के हद में बेरमो तथा गोमियां प्रखंड के सीमांकन पर स्थित कथारा चार नंबर में आयोजित लक्ष्मी नारायण महायज्ञ के दूसरे दिन जिप सदस्य ओमप्रकाश सिंह उर्फ टीनू सिंह यज्ञ स्थल पहुंचे। यज्ञ स्थल में जिप सदस्य टीनू सिंह ने यज्ञ समिति सचिव अजय कुमार सिंह से भेंट कर यथासंभव सहयोग का आश्वासन दिया।
जानकारी के अनुसार कथावाचक उज्ज्वल शांडिल्य जी महाराज ने 30 जनवरी से 5 फ़रवरी तक आयोजित महायज्ञ में श्रीराम कथा के दूसरे दिन 31 जनवरी को श्रोताओं को संबोधित करते हुए कहा कि राम के बिना राष्ट्र की कल्पना नहीं की जा सकती।
राम इस राष्ट्र की आत्मा हैं। उन्होंने कहा कि आज के समय मे सबसे अधिक आवश्यकता रामकथा की है। युवाओं को श्रीराम से मर्यादा और चरित्र की शिक्षा ग्रहण करनी चाहिए। रावण चरित्रहीन था, श्रीराम चरित्रवान थे। इसलिए श्रीराम ने अपने चरित्र से विश्व के इतिहास में अपना नाम बनाया।
महाराज जी ने कहा कि ऋषि मुनियों ने श्रीराम को अपना आदर्श माना और सौ करोड़ रामायणों की रचना कर दी। रामकथा गाने और सुनने से जीवन में सद्गुणों का विकास होता है। आज घर घर में फूट पड़ रही है। आपसी झगड़ा बढ़ता जा रहा है। इन सबका समाधान है रामकथा।
शिव विवाह की कथा सुनाते हुए उन्होंने कहा कि सती ने जब भगवान शिव की बात नहीं मानी और भगवान् श्रीराम की परीक्षा ली, तब भोलेनाथ ने उनका त्याग कर दिया। वही सती आगे चलकर पार्वती के रूप में प्रगट हुई और शिव जी के लिए कठोर तपस्या किया।
शिव विवाह में देव, दानव, भूत प्रेत सभी शामिल हुए। पार्वती जी का विवाह शंकर भगवान् के साथ हुआ। आगे चलकर कार्तिकेय जी का जन्म हुआ, जिन्होंने तारकासुर का वध किया। शिव विवाह में अनेक मधुर भजनों की प्रस्तुति है। कथा के विश्राम में आरती की गई और प्रसाद का वितरण किया गया।
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