विजय कुमार साव/गोमियां (बोकारो)। अजब बिडंबना है कि सरकार द्वारा लाख प्रयासों के बाद भी जरूरतमंद आज भी सरकारी सुविधा पाने के लिए आज भी दर दर की ठोकर खाने को विवश है। हाल यह देखा जा रहा है कि पेंशन मिलने की आस में वृद्ध महिलाएं लगातार बैंक के चक्कर लगा रही है, इसके बदले में उसे सिर्फ मायूसी मिलती है।
जानकारी के अनुसार बोकारो जिला के हद में गोमियां प्रखंड के होसिर की निवासी तारा देवी, शांति देवी ऐसी कई लाचार वृद्ध महिलाओं को इन दिनों बैंक से पेंशन के पैसे की जगह मायूसी ही मिल रही है। बैंक द्वारा इन महिलाओं को बैंक में खाता बंद होने का हवाला दिया जा रहा है।
इस संबंध में 70 वर्षीया वृद्धा तारा देवी ने बताया कि वे हृदय रोग से ग्रसित है। पति की मृत्यु कई वर्ष पूर्व हो गया है। बेटा दिहाड़ी मजदूर है।सरकार के तरफ से मिलने वाली पेंशन की राशि से वह अपना किसी तरह दवा की व्यवस्था करती है। इधर कई महीनों से पेंशन की जगह बैंक से उसे मायूसी ही मिल रही है।
महिला के अनुसार बैंक से जानकारी मिलती है कि उनका खाता बंद हो गया है।खाता चालू कराने के लिए उन्होंने कई बार बैंक में आवेदन दिया, फिर भी हर बार उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिलता आया है। उन्होंने बताया कि पैसे के अभाव में खाने के लाले पड़ गए है। वह दवा भी नही खरीद पा रही है।
वहीं एक अन्य वृद्ध महिला शांति देवी ने बताया कि उनका भी बैंक खाता बंद हो गया है। बैंक में उनसे कई बार केवाईसी फार्म भी भरवाया गया, फिर भी खाता चालू नही हो सका। बैंक जाने पर उन्हें बैंक कर्मी के तरफ से फटकार मिलती है। ऐसे में वह कहां जाए।
पेंशन ही उनके जीने का एकमात्र सहारा है। इधर उधर से मांग कर एवं सरकार के तरफ से पांच किलो अनाज से वह किसी तरह अपना पेट भरती है। इस संबंध में संबंधित बैंक के शाखा प्रबंधक ने तकनीकी कारणों का हवाला देते हुए कहा कि जल्द ही इन महिलाओं का खाता चालू हो जायेगा।
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