फिरोज आलम/जोनामोड़ (बोकारो)। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत 31 दिसंबर को बोकारो के सेक्टर 9 बड़ा खटाल में अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा केंद्रीय कमेटी द्वारा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में कमेटी द्वारा निर्णय लिया गया अहीर रेजिमेंट को लागू कराने के लिए सभी एकजुट हो।
इस अवसर पर वर्ष 1962 में भारत चीन युद्ध में 114 वीर अहीर जवान शहीद हुए थे उनका कलश सभी राज्यों के जिले में भ्रमण करते हुए बोकारो जिला के सेक्टर 9 बड़ा खटाल पहुंचा। यहां अमर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई।
श्रद्धांजलि सभा में वक्ताओं ने कहा कि 114 अहीर रेजिमेंट कुमायूं रेजिमेंट के जवान शहीद हुए तो रेजिमेंट को क्यों हटाया गया। उसे पुनः सरकार को लागू करना चाहिए, नहीं तो इस लड़ाई को तेज किया जाएगा। सभा की अध्यक्षता यादव महासभा बोकारो जिलाध्यक्ष शंकर लाल गोप तथा संचालन युवा नेता जितेंद्र नारायण यादव ने किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से मुख्य अतिथि अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा के प्रदेश अध्यक्ष पितांबर दास, महिला प्रदेश अध्यक्ष प्रोफेसर डॉक्टर मीरा राय, शताब्दी समारोह के राष्ट्रीय कंवेनर विमलेश यादव, कारगिल की लड़ाई में शामिल होने वाले सूबेदार हृदयानंद यादव उपस्थित थे।
इन्होंने जनसमूह को संबोधित करते हुए कलश यात्रा के बारे में विशेष तौर से बताया कि किस प्रकार हम सभी के पूर्वजों ने इस देश की आजादी में अपना योगदान दिया है। साथ हीं दुश्मनो को लोहा मनवाया है। यहां उपस्थित जनसमूह ने शपथ लिया कि वीर अहीर जवान की शहादत बेकार नहीं जाएगी और आगे की लड़ाई अहीर रेजिमेंट की मांग है। जब तक अहीर रेजिमेंट का गठन नहीं हो जाता यह लड़ाई यह आंदोलन रुकने वाला नहीं है।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से बुध नारायण यादव, राजेंद्र प्रसाद यादव, रखाल गोप, मनोहर गोप, घनश्याम चौधरी, बोढ़न यादव, हृदया देवी यादव, वीरेंद्र यादव, शिव शंकर सिंह, ललन यादव, अरविंद राय, शिव गोप, रघुनंदन प्रसाद यादव, पीपी चौधरी, धर्मवीर सिंह, सुदर्शन सिंह, आदि।
जंग बहादुर यादव, सुशील कुमार यादव, विजय यादव, अशोक यादव, बलिष्ठ राय, भूषण यादव, लालबाबू सिंह, मुन्ना सिंह, अनिल कुमार आदि सैकड़ो अहीर समाज के गणमान्य उपस्थित थे।
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