कुसुंभा जाने वाली जर्जर एवं पथरीली सड़क निर्माण की मांग

जर्जर एवं उबड़- खाबड़ सड़क पर राहगीरों के चलने की मजबूरी

सड़क किनारे बिजली के खंभे हैं, खंभो में बिजली तार नहीं

धीरज शर्मा/विष्णुगढ़ (हजारीबाग)। आजादी के 75 साल पूरा होने के बावजूद अभी भी सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा, आवास जैसी मूलभूत आवश्यकताओं के लिए कई गांव के रहिवासी अब भी तरस रहे हैं। इसी कड़ी में विष्णुगढ़ प्रखंड के हद में नवादा कुसुंभा से सटे गांव बारहमोरिया गांव जो नवादा एनएच से दो से तीन किलोमीटर दूरी पर स्थित हैं।

उक्त गांव के ग्रामीणों को अपने गांव जाने के लिए नवादा से कुसुंभा, जंबुआ पथरीली सड़क पर तीन किलोमीटर की दूरी तय कर जाना पड़ता है। इस मुश्किल भरी पथरीली सड़क जंबुआ से बारहमोरिया, जंबुआ से पंचायत सचिवालय, पंचायत सचिवालय से नवादा तमाम सभी रोड जर्जर, उबड़-खाबड़ एवं पथरीली अवस्था में है। इंसान तो इंसान जानवरो को भी इस सड़क पर पैदल चलना दुर्लभ है। वही गाड़ी पर भी चलने से हाथ पैर टूटने का भय बना रहता है।

हाल यह है कि उबड़- खाबड़ एवं पथरीली रास्ते गड्ढे में तब्दील हो गए हैं। हालांकि अभी भी कई गांव के रहिवासी उसी रास्ते से आवागमन करते हैं। किसान अपनी फसलों को बैलगाड़ी के सहारे उसी रास्ते से ले जाते हैं, जो काफी जोखिम भरा काम है।

इस पथरीली सड़क के निर्माण को लेकर कुसुंभा पंचायत के मुखिया दुलारचंद पटेल कहते हैं कि अपने विधायक और सांसद को इस समस्या से कई बार अवगत कराने के बावजूद भी अभी तक इस समस्या का पहल ने किया गया है।

उन्होंने कहा कि इस सड़क की समस्या का पिछले महीने हजारीबाग उपायुक्त को पत्र लिखकर आवेदन दिया गया है, लेकिन आवेदन किस टोकरी में रख दी गई पता नहीं। ग्रामीण रहिवासी प्रदीप महतो कहते हैं कि इस जर्जर उबड़-खाबड़ एवं पथरीली सड़क पर निर्माण हो जाने से हमारे गांव के रहिवासियों को काफी सहूलियत होगी।

महतो के अनुसार वर्तमान में नवादा मोड़ से उतर कर अपने घर जाने में हमें आधा से एक घंटा से ज्यादा वक्त लगता है। इस सड़क के निर्माण हो जाने से केवल 15 मिनट का समय लगेगा।

इस सड़क पर विधायक और सांसद किसी का ध्यान नहीं है, जबकि इसी सड़क से होकर वे भी गुजरते हैं। यह सड़क घनी आबादी को जोड़ता है, इसलिए इसका निर्माण कार्य अतिआवश्यक है। इस सड़क निर्माण के लिए विधायक और सांसद को लगना चाहिए।

कुसुंभा सचिवालय से बारहमोरिया गुजरने वाले सड़क किनारे गाड़े गए बिजली के खंभे है, मगर बिजली की खंभे पर तार नहीं लगी है, जो हमारे गांव के ग्रामीणों को यह बहुत ही चीर लंबित मांग है। पता नहीं हमारी मांग पर निर्माण का काम कब पूरी होती है।

रहिवासियों के अनुसार हम एनएच से सटे हुए हैं, पर हमे लगता है कि एनएच हमसे काफी दूर है। इसका मुख्य वजह सड़क का ना होना है। सरकार को इस घनी आबादी वाले गांवों तक नवादा से बारहमोरिया तक उबड़ खाबड़ एवं पथरीली सड़क का निर्माण कार्य होने से यहां के ग्रामीणों को आवागमन में काफी सुविधा और राहत मिलेगी।

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