एस. पी. सक्सेना/रांची (झारखंड)। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) कार्यलय राँची में अखिल भारतीय किसान सभा राज्य परिषद की बैठक बीते 22 दिसंबर को आयोजित किया गया। अध्यक्षता पूर्व सांसद एवं भाकपा नेता कॉमरेड भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने की।
बैठक में किसान सभा के महा सचिव कॉ महेन्द्र पाठक ने अपनी रिपोर्टिंग पेश की, जिस पर लम्बी बहस एवं चर्चा किया गया। रिपोर्ट में केंद्र एवं राज्य सरकार की किसान विरोधी नीतियों की चर्चा के क्रम में वक्ताओं द्वारा कहा गया कि सरकार द्वारा किया जा रहा एक ही काम कि किसान की लागत बढ़ाओ, उत्पादन पर पूंजीपतियों की लूट बढ़ाओ, बाक़ी कुछ बचे तो जीएसटी लगाओ, मात्र सरकार का काम चलाओ, किसान और देश को झोंको रहा है।
बैठक में कहा गया कि असंवैधानिक नीतियों एवं गलत निर्णयों से 12 बर्षो के अंदर झारखंड के 24 हजार युवा नौकरी से बंचित हो गये। चुनाव में विस्थापन आयोग बनाने की घोषणा, स्थानीय नीति एवं भूमि अधिग्रहण क़ानून 2013 को अक्षरश: लागू करने की बात कही गयी थी, लेकिन सरकार घोषणाओ को लागू नहीं कर रही है।
निर्णय लिया गया कि किसान सभा का एक प्रतिनिधि मंडल झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ज्ञापन देकर इसे अमलीजामा पहनाने का काम करेगी।
बैठक में कहा गया कि अखिल भारतीय किसान सभा का राज्य सम्मेलन अप्रैल 2023 को झारखंड की राजधानी रांची के हद में कांके प्रखंड में होगा। दूसरा फैसला यह कि पुरे राज्य में 25 हजार किसानों को सदस्य बनाये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया। राज्य सम्मेलन के पूर्व जिला, प्रखंड और पंचायत स्तर पर सम्मेलन किया जायेगा।
बैठक में गोड्डा, साहेबगंज, दुमका, पलामू, बोकारो, रांची, हजारीबाग, चतरा, लोहरदगा, गुमला, जामताड़ा, रामगढ़ से किसान नेता उपस्थित थे। बैठक में कॉ के डी सिंह, डॉ बी एन ओहदार, कॉ गणेश प्रसाद महतो, घनेनाथ चौधरी, अजय सिंह, कॉ प्रिया, मेवा लाल साव, नेमन यादव, शकील अहमद सहित काफी संख्या में कॉमरेड साथी उपस्थित थे। उक्त जानकारी भाकपा बोकारो जिला प्रभारी गणेश प्रसाद महतो ने दी।
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