पसंस ने सिंघेश्वरधाम मंदिर को पर्यटन स्थल बनाने को लेकर सरकार को लिखा पत्र

धीरज शर्मा/विष्णुगढ़ (हजारीबाग)। विष्णुगढ़ प्रखंड के हद में अलपिटो पंचायत के पंचायत समिति सदस्य घनश्याम पाठक ने हेठली बोदरा के सिंघेश्वरधाम मंदिर को पर्यटन स्थल बनाने की मांग को लेकर झारखंड सरकार (State Government)के पर्यटन मंत्री एवं जिला उपायुक्त को पत्र लिखा है।

पंसस के पत्र की अनुशंसा विष्णुगढ़ मध्य जिला परिषद सदस्य शेख तैयब एवं बगोदर विधायक विनोद कुमार सिंह ने भी की है।
पंसस ने पत्र के माध्यम से कहा है कि ग्राम हेठली बोदरा जमुनिया नदी के पश्चिम भाग मुखर्जी पुल के सामने एक छोटा सा मंदिर है। जो पिछले लगभग एक शतक पूर्व प्राकृतिक शिव लिंग की प्रतिष्ठा के साथ पूजा प्रारंभ हुई है।

हिंदू सनातन धर्म में शिव की प्रतिष्ठा लिंग से प्राकृतिक लिंग का महत्व बहुत विशिष्ट है। झारखंड धाम इसका प्रमाण है जिसके नाम से ही यह राज्य बना है। ग्राम हेठली बोदरा के तत्कालीन धर्म प्रेमियों ने इस मंदिर का नामांकन सिंघेश्वर धाम के रूप में किया था। आज यहां आस-पास के धर्म प्रेमी जन समुदाय में यह आस्था का केंद्र बन चुका है।

पत्र में उन्होंने कहा है कि, आसपास के दर्जनों गांव के रहिवासी इस मंदिर में धार्मिक विचार से आवागमन कर श्रद्धा पूर्वक पूजा अर्चन करते हैं, किंतु इस स्थल तक पहुंचना आसान नहीं है। जमुनिया नदी का भाग वन विभाग का है जहां उबड़ खाबड़ रास्ते को दुरुस्त करना भी हम लोगों के लिए गैरकानूनी होगा।

इधर NH 100 से कोनार नहर मार्ग का किनारा में मार्ग है जो आज तक नहर विभाग भी नहीं बनाया गया है। उन्होंने कहा है कि बीते 4 जुलाई को कोनार नहर प्रमंडल बगोदर गिरिडीह के कार्यपालक अभियंता को आवेदन के माध्यम से नहर मार्ग को सुरक्षित बनाने का आग्रह किया था. किंतु प्रतिक्रिया अब तक शून्य हैं।

साथ ही अलपीटो पंचायत की आम जनता ने भी झारखंड सरकार के पर्यटन विभाग सहित उच्च अधिकारियों तथा हजारीबाग जिला उपायुक्त से यह अपील की है कि सिंघेश्वर महादेव धाम को एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कर सुंदरीकरण करते हुए सुगम आवागमन मार्ग बनाने के साथ वन विभाग के अधिकृत भूमि को पर्यटन के लिए मुक्त करने की दिशा में जन भावनाओं को अविलंब सफल करने की कृपा करें।

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