जेंडर हिंसा के खिलाफ आवाज उठाने व् कानूनी जागरुकता जरुरी-पुष्पा हंस

प्रहरी संवाददाता/तेनुघाट (बोकारो)। सोलह दिवसीय कार्यक्रम के तहत स्वयंसेवी संस्था रूपायणी एवं क्रिया की ओर से बोकारो जिला (Bokaro District) के हद में तेनुघाट पंचायत भवन में जिला स्तरीय परिचर्चा गोष्ठी का आयोजन किया गया।

परिचर्चा गोष्ठी में महिला मंडल, किशोरी समूह, आंगनवाड़ी सेविका, पंचायत प्रतिनिधि जल सहिया, मानवाधिकार कार्यकर्ता आदि ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का उद्घघाटन दीप प्रज्वलन कर मानवाधिकार कार्यकर्ता सह अधिवक्ता पुष्पा हंस, स्थानीय पंचायत की मुखिया नीलम श्रीवास्तव, आँगनवाड़ी सेविका कंचन सहाय, उपमुखिया रीता देवी एवं रूपायणी के सचिव सह मुख्य कार्यकारी डा. सी. ए. कुमार ने किया।

कार्यक्रम एवं 16 दिवसीय कार्यक्रम के उदेश्य पर प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम प्रभारी सी ए अमृतांजली ने जेंडर आधारित हिंसा के खिलाफ़ महिलाओं-किशोरियों एवं समाज के प्रबुद्धजनों से आवाज उठाने के साथ-साथ आगे आने का आह्वान किया।

कार्यक्रम की थीम ” मुझे नहीं, मेरे अधिकारों को सुरक्षित करो” गौर करते हुए महिला किशोरियो से हिंसा के खिलाफ आवाज उठाने की माँग की।

मुखिया नीलम श्रीवास्तव ने महिला अधिकार- मानवाधिकार पर चर्चा करते हुए महिला एवं किशोरियों को हिंसा के खिलाफ सभी को एक साथ होने का आह्वान किया।

मानवाधिकार कार्यकर्त्ता एवं अधिवक्ता पुष्पा हंस ने महिला एवं मानवाधिकार पर चर्चा करतें हुए महिलाओं से अपना हक, हक के लिए कानुनी रूप से जागरुक होने के साथ-साथ हिंसा के खिलाफ आवाज बुलन्द करने का आह्वान किया।

जेंडर भेदभाव, जेंडर जनित हिंसा के खिलाफ गोलबन्द होकर आवाज उठाने के लिए महिलाओं – किशोरियों को एकजूट हो कर आगे आने एवं हिंसा न करने और न सहने के शपथ के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम को सफल बनाने में काजल, प्रगणा, तपेश्वरी, पुष्पा देवी, संगीता देवी, संध्या देवी, संजू आदि का सराहनीय सहयोग रहा।

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