सिद्धार्थ पांडेय/जमशेदपुर (झारखंड)। सोल्यूशन बेस्ट बेस्ड मीडिया टूवार्ड्स प्रॉस्परस भारत राष्ट्रीय अभियान कार्यक्रम के लिए ब्रह्मकुमारी बड़बिल सेंटर में फरीदाबाद से आई मोटिवेशनल स्पीकर बीके पूनम वर्मा ने साक्षात्कार में बताया कि लोग जिस पर चढ़ावा चढ़ाते है, उसे मूर्ति या देवता कहते है।
उन्होंने कहा कि त्याग करने वाले का भाग्य भी साथ देता है। जब सूर्य अस्त हो चुका होता है, तो सूर्य की अनुपस्थिति मे रौशनी करने की व्यवस्था करते है। पिता पुत्र की गलती को माफ करता है। लाखों भाई बहन इससे जुड़ कर कार्य कर रहे हैं। पत्रकारिता को एक मिशन बनाकर कार्य करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि समाज की हर ईकाई हर्षित होने के कारण भारत देश को सोने की चिड़िया कहा गया था। पत्रकारो की सोच होनी चाहिए कि दुनिया बदले न बदले मै उसे बदलने की कोशिश करुंगा। मनुष्य के शरीर में पाँच सेन्सर आर्गन है। मन तेजी से भाग रहा है।
जबकि भगवाना शिव के पास छठवा सेन्स आर्गन है।मेडीटेशन द्वारा मन को शांत कर सकते है। शांति से बैठना आसान नही है। अच्छे कर्मो के लिए हाथ उठाए। कर्म का हिसाब -किताब गहरा है। नकारात्मक शक्ति प्राप्त करने से दूर रहे। जीवन का उद्देश्य क्या है। समाज को परिवर्तन करना है।
मोटिवेशनल स्पीकर बीके पूनम वर्मा ने साक्षात्कार में नकारात्मक हटाने के लिए सकारात्मक कार्य के लिए सोंच को लगाने की जरूरत बतायी। उन्होंने कहा कि श्रेष्ठ भाग्य को बनाने के लिए काम, क्रोध, लोभ जैसे कचड़े को हटाना व परिवर्तन करना बेहतर होगा।
यह जीवन का पुण्य कार्य है। उन्होंने भारत को स्वर्ग बनाने के लिए दिव्य पवित्रता की आवश्यकता बताया। उन्होंने बताया कि मन, वचन, कर्म में पवित्रता की जरूरत है। मन की शक्ति के साथ वातावरण उर्जा की जरूरत है।
बिना हड्डी की ज़बान है, जो सबको तोड़ कर रख देता है। मन की शक्ति वाला व्यक्ति सबसे ज्यादा घनवान है। जीवन मे पवित्रता की जरूरत है। जीवन एक भूमि है। जिसमें संकल्पों की पवित्रता की जरूरत है। पानी की बूँद समुद्र मे मिलने के बाद शक्तिशाली हो जाती है।
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