एस. पी. सक्सेना/पटना (बिहार)। बिहार की राजधानी पटना के गांधी मैदान स्थित कालिदास रंगालय परिसर में 18 नवंबर की संध्या रागा द्वारा प्रस्तुत नाटक मिराज का मंचन किया गया।
उक्त जानकारी कलाकार साझा संघ के सचिव चर्चित कलाकार तथा प्रस्तुत नाटक के पीआरओ मनीष महीवाल ने दी।
महीवाल के अनुसार प्रस्तुत नाटक मिराज का कथासार है कि कलाकार अनन्या मुखर्जी की कैंसर डायरी ठहरती साँसों के सिरहाने से ज़िन्दगी जब मौज ले रही थी की नाट्य प्रस्तुति है।
उन्होंने बताया कि अनन्या ने अपनी कैंसर डायरी में कैंसर से जुड़े अपने अनुभवों और कैंसर का मुक़ाबला करने के तरीक़ों के बारे में बताया है। अपने इलाज के दौरान पचास से अधिक बार वह कीमोथेरेपी से गुजरती है, फिर भी ज़िन्दगी, उसके अस्थायी स्वरूप, उसकी नज़ाक़त, लोगों और उनके सामाजिक मूल्यों के सन्दर्भ को बढ़ा-चढ़ा कर बताए जाने वाले गुणों को ठेंगा दिखाती रही।
आनन्द भरी ज़िन्दगी को उसने अपने लिए चुना। मानो वह कह रही है जीवन एक पल में पूरा जिया जा सकता है या फिर पूरा जीवन बेमतलब भी हो सकता है।
कहानी के अनुसार खुशनुमा ज़िन्दगी जीती और कैंसर से लड़ती हुई वर्ष 2018 में अंततः वह अपनी लड़ाई हार जाती है। और मौत के आगोश में समा जाती है।
महीवाल के अनुसार प्रस्तुत एकल नाटक मिराज में मंच पर
दीक्षा तिवारी, मंच से परे निर्देशन रणधीर कुमार, डिज़ाइन विशाला आर महाले, साउंड राजीव कुमार, सेट प्रबोध विश्वकर्मा,
प्रस्तुति प्रबंधक सुनील कुमार राम, प्रकाश रणधीर कुमार, प्रस्तुति सहयोग आदिल रशीद, भूपेंद्र कुमार, अंजलि शर्मा, सुधांशु शेखर, आदि।
सह-निर्देशक राजीव कुमार, सहयोग उज्ज्वल, सोनू, बीरबल, राजकुमार, संजय, उपेंद्र, आभार नया रंग पटना तथा पीआरओ स्वयं मनीष महिवाल हैं।
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