एस. पी. सक्सेना/बोकारो। जंगली हाथियों का समूह बोकारो जिला के हद में कथारा व् झिरकी में देखे जाने के बाद क्षेत्र में हड़कंप मचा है। इसे लेकर वन विभाग के अधिकारी क्षेत्र में लगातार कैंप किए है।
जानकारी के अनुसार 10 नवंबर की सुबह गोमियां प्रखंड के हद में झिड़की एवं सरहचिया की जंगल में अचानक जंगली हाथियों का समूह देखे जाने के बाद सैकड़ों की संख्या में स्थानीय रहिवासी वहां जुट गए। खबर पाकर प्रभारी वनपाल दुर्गा हेंब्रम, सब बीट अधिकारी अजीत कुमार मुर्मू तथा सुरेश कुमार टुडू के अलावा कथारा ओपी प्रभारी प्रिंस कुमार सिंह सदल बल घटनास्थल झिड़की के जंगल के समीप पहुंचे।
वन रक्षक दल एवं ओपी प्रभारी ने रहिवासियों से लगातार जंगली हाथियों के समूह से दूरी बनाए रखने की अपील करते देखे गए, बावजूद इसके रहिवासी मानने को तैयार नहीं थे। परिणाम स्वरूप हाथियों का समूह कभी दामोदर नदी तट की ओर तो कभी झिड़की जंगल की ओर आता जाता रहा। जिसके कारण दिन भर संशय की स्थिति बना रहा।
बताया जाता है कि कई रहिवासी अपनी जान की परवाह किए बिना जंगल में स्थित हाईटेंशन विद्युत टावर पर चढ़कर हाथियों को भगाते तथा उसका फोटो लेते देखे गए।
ऐसे में कोई बड़ा हादसा होना संभव था। इस संबंध में पूछे जाने पर प्रभारी वनपाल दुर्गा हेंब्रम, सब बीट अधिकारी अजीत कुमार मुर्मू तथा सुरेश कुमार टुडू ने बताया कि उनके द्वारा लगातार हाथियों से लोगों को दूरी बनाए रखने की अपील किया जाता रहा, बावजूद इसके कोई मानने को तैयार नहीं थे।
प्रभारी वनपाल ने कहा कि जंगली हाथियों के समूह में दो छोटे हाथियों के बच्चे हैं, जिसके कारण समूह को परेशानी हो रही है। वनपाल के अनुसार रात्रि में ही उनका यहां से निकलना संभव हो पायेगा।
इससे पूर्व बीते 9 नवंबर की रात्रि जंगली हाथियों का समूह असनापानी तथा रेलवे कॉलोनी स्थित दामोदर नदी तट मार्ग पर जमकर बवाल काटा तथा कई वृक्षों आदि को तहस-नहस करते हुए कथारा वाशरी मुख्य द्वार के बगल से होकर स्लरी पॉइंट की ओर से झिरकी जंगल के तरफ कूच कर गये।
बताया जाता है कि जंगली हाथियों के आगमन से क्षेत्र के रहिवासी लगातार रातजगा करने को मजबूर है। ऐसे में हाथियों का कहर रहिवासियों के सर चढ़कर बोल रहा है।
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