एन. के. सिंह/फुसरो (बोकारो)। चार दिवसीय लोक आस्था का महापर्व छठ के दूसरे दिन 29 अक्टूबर को व्रतियों ने शाम में खरना का अनुष्ठान किया। शाम में स्नान दान कर भगवान भास्कर का ध्यान लगाया और अपने घरों में स्थित पूजा स्थलों में खरना का भोग चढ़ाया।
पूजा पाठ के बाद व्रतियों ने प्रसाद के रुप में खीर का भोजन किया। उसके बाद उपस्थित परिवारजनों सहित परिचित श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया गया।
लोक आस्था के इस पर्व में प्रसाद पानें के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालूगण व्रतियों के यहां पहुंचते रहे। देर रात तक प्रसाद पाने के लिए एक दूसरे के घर जाते रहे।
ज्ञात हो कि, 30 अक्टूबर की शाम में अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। वहीं 31 अक्टूबर की सुबह में उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देकर चार दिवसीय पर्व संपन्न होगा।
महापर्व छठ को लेकर बेरमो कोयलांचल में आस्था और उत्साह का वातावरण है। पूजन एवं प्रसाद सामग्री की दुकानें सड़कों के दोनों ओर सजे हुए थे। छठ व्रती एवं उनके परिवार के सदस्य जरूरत के अनुरूप पूजन एवं प्रसाद सामग्री की खरीदारी कर रहे थे।
29 अक्टूबर को छठ पर्व में जरूरत के अनुसार पूजन सामग्री और प्रसाद सामग्री की खरीदारी के लिए दिन भर शहर गुलजार रहा। प्रसाद सामग्री के लिए फल यथा केला, सेवा, नारियल, अनार, पानी फल, संतरा, गन्ना आदि के अलग से स्टॉल लगाकर बेचे जा रहे थे।
वहीं गांव से भी किसान अदरक, गाजर, बैर, बादाम, शकरकंद, आंवला, डंभा आदि के दुकान लगाए हुए थे। दुकानदारों द्वारा छठ पर्व के नेम निष्ठा के कारण शुद्धता और पवित्रता का अनुपालन किया जा रहा था।
कई स्टाल व दुकानों में पूजन व प्रसाद सामग्री लागत मूल्य पर बेच कर दुकानदारों द्वारा पर्व के प्रति अपनी सेवा और आस्था भी प्रकट करते देखा गया।
बोकारो जिला (Bokaro District )के हद में बेरमो अनुमंडल के फुसरो बाजार सहित अन्य बाजारो मे पूजन व प्रसाद सामग्री के जगह-जगह पूजन सामग्री और प्रसाद सामग्री के स्टाल लगाए गए थे।
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