ट्रक ओनर एसोसिएशन व टीएसएलपीएल प्रबंधन के बीच वार्ता के बाद ढुलाई प्रारम्भ

तमाम वाहनें खदान में सिरियल से लोडिंग को जायेंगी-अरविन्द चौरसिया

सिद्धार्थ पांडेय/जमशेदपुर (झारखंड)। माइनिंग एरिया ट्रक ऑनर एसोसिएशन बड़ाजामदा एवं टीएसएलपीएल खदान प्रबंधन के बीच टाटा स्टील की नोवामुंडी कार्यालय में बीते 26 सितम्बर की रात चली लंबी वार्ता के बाद 27 सितम्बर की सुबह लगभग छः बजे से टीएसएलपीएल खदान से लौह अयस्क की ढुलाई प्रारम्भ किया गया।

इस अवसर पर एसोसिएशन के अध्यक्ष अरविन्द चौरसिया ने बताया कि टीएसएलपीएल खदान के वरिष्ठ महाप्रबंधक देवाशीष मुखर्जी, एजेंट राहुल किशोर सिंह तथा एसोसिएशन के अलावे अन्य पदाधिकारी मनोज साहू, रुपा खान, रामानुज कुमार के बीच नोवामुंडी में लंबी वार्ता के दौरान सहमति बनी कि तमाम वाहनें टीएसएलपीएल खदान में सिरियल में लोडिंग के लिए जायेंगी।

उन्होंने बताया कि उक्त बैठक में सूचित किया गया कि 15 वर्ष पुरानी वाहन भी खदान में चलेगी। जबकि बड़ाजामदा क्षेत्र के रहिवासियों को टाटा स्टील की नोवामुंडी अस्पताल में नोवामुंडी के रहिवासियों की तरह चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के मामले में कंपनी प्रबंधन ने कहा कि टीएसएलपीएल इकाई जल्द हीं टाटा स्टील में समाहित होगी। उसके बाद नोवामुंडी की तरह बड़ाजामदा के रहिवासियों को भी चिकित्सा सुविधा का लाभ दिया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि उक्त एसोसिएशन ने बीते 25 सितम्बर की सुबह लगभग 10 बजे विभिन्न मांगों को लेकर बराईबुरु (हाथी चौक) चेकनाका पास टीएसएलपीएल खदान से लौह अयस्क लेकर आ रही बराईबुरु-टाटीबा के ग्रामीणों द्वारा लगभग तीन दर्जन हाईवा ट्रकों को रोक कर अनिश्चित कालीन माल ढुलाई ठप्प कर दिया गया था।

आंदोलनकारियों ने यह आरोप लगाया था कि बराईबुरु-टाटीबा गांव के हाइवा मालिक अपने गांव क्षेत्र में टीएसएलपीएल खदान होने की वजह से लगभग तीन दर्जन से अधिक हाइवा को हाथी चौक स्थित वन विभाग के चेकनाका से रात में ही पार करा लेते और गांव में रखते हैं।

दूसरे दिन अहले सुबह हाइवा को लोडिंग के लिए खदान में भेज देते हैं।एसोसिएशन के अधीन चलने वाली हाइवा उक्त चेकनाका खुलने के बाद खदान में लौह अयस्क की लोडिंग के लिए जाती है। इससे बराईबुरु-टाटीबा के हाइवा मालिकों को दिन में दो ट्रिप लोडिंग मिलता है, जबकि एसोसिएशन के हाइवा को मात्र एक ट्रिप लोडिंग मिलता है।

इस समस्या के समाधान के लिए कई बार आपस में और प्रशासनिक स्तर पर बैठक हुई थी। बैठक में यह फैसला हुआ था कि सभी हाइवा नम्बर सिस्टम से अयस्क लोड करने खदान में जाएगा। कुछ दिन तक सब कुछ सिस्टम से चला।

लेकिन 24 सितम्बर से पुनः बराईबुरु-टाटीबा के वाहन मालिक पहले की तरह अपने गांव के हाइवा को खदान में पहले लोडिंग कर भेजना प्रारम्भ कर दिए थे। बहरहाल वाहनों के परिचालन की स्वीकृति से क्षेत्र के रहिवासियों में हर्ष देखा जा रहा है।

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