एस. पी. सक्सेना/बोकारो। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी बोकारो कोलियरी का 19वां शाखा सम्मेलन 24 अगस्त को बोकारो जिला (Bokaro District) के हद में संडे बाजार स्थित सफीक भवन में आयोजित किया गया।
सम्मेलन की शुरुआत पार्टी का झंडोत्तोलन, शहीद वेदी पर माल्यार्पण तथा देश के वीर सपूतों, पार्टी के दिवंगत नेताओं एवं देश के विख्यात साहित्यकारों, पत्रकारों और तमाम लोगों के प्रति एक मिनट मौन रखकर संवेदना व्यक्त की गई।
इस अवसर पर अध्यक्ष मंडली का चुनाव किया गया, जिसमें एस. के. आचार्य तथा मो. असगर को बनाया गया। इस अवसर पर भाकपा राष्ट्रीय परिषद सदस्य आफ़ताब आलम खान, बतौर पर्यवेक्षक भाकपा राज्य परिषद सदस्य मोहम्मद शाहजहां तथा लोकल कमिटी के सदस्य रामेश्वर साव उपस्थित थे।
शाखा सम्मेलन में भाकपा कार्यकारिणी सदस्य सुजीत कुमार घोष, राज्य परिषद सदस्य कॉमरेड गणेश प्रसाद महतो, बेरमो अंचल सचिव ब्रजकिशोर सिंह एवं आमंत्रित सदस्य सम्मेलन में उपस्थित थे। सम्मेलन में शाखा सचिव कल्याण पटेल ने अपना राजनीतिक और संवैधानिक रिपोर्ट पेश की।
जिस पर सम्मेलन के भाग लेने वाले प्रतिनिधियों ने बहस और चर्चा की। तदोपरांत अगले सत्र के लिए एक नई कमेटी का गठन किया गया। जिसमें सचिव मो. असगर, सह सचिव कल्याण पटेल, कोषाध्यक्ष मो. आजादी को बनाया गया।
इस अवसर पर आगंतुक अतिथियों द्वारा देश के हालात पर गंभीर चर्चा की गई। इसके मुल में केंद्र सरकार की आर्थिक, औद्योगिक, मजदूर किसान विरोधी नीतियों पर चर्चा किया गया। कहा गया कि आज के तारीख में नौजवान रोजगार की आशा में बैठे थे। उनको स्थाई नियुक्ति के बदले अस्थाई नियुक्ति के तहत बहाली की नीतियां बनाई जा रही है।
वक्ताओं ने कहा कि स्कूल अब सरकारी नहीं रहेंगे, और ना कोई सरकारी शिक्षक रहेगा। अब तो बी एड करने वाले को भी 10 वर्ष ही नौकरी रह जाऐगा। स्वास्थ, शिक्षा, उद्योग, बैंक, एलआईसी जैसे अनेकों सरकार के नियंत्रण में चलने वाले उद्योग का निजीकरण करने पर सरकार आमादा है। यह प्रक्रिया जारी है।
नफरत और घृणा फैलाकर समाज और देश को बांटने का काम किया जा रहा है। कहा गया कि हाल में बिलकिस बानो मामले में जिस तरह से बलात्कारियों एवं अपराधियों को सहूलियत दी गई इससे देश के तमाम बेटियों एवं महिलाओं के बीच असुरक्षा की भावना फैली है।
अब तो सरकार पहले से कार्यपालिका, विधायिका, सरकारी तंत्र और तमाम एजेंसियों को रखैल बना दिया है। ऐसे में वाम मोर्चा की अहमियत बढ़ गई है। वक्ताओं ने कहा कि हमारी पार्टी इन तमाम चीजों पर गंभीरता से चर्चा कर रही है। कहा गया कि मोदी सरकार द्वारा किसानों के प्रति किए जा रहे वादा खिलाफी पर आंदोलन कर किसान आंदोलन अपना मुहिम चला रहा है।
इस मौके पर उपरोक्त के अलावा चंद्रशेखर झा, सुजल साहू, रशीद खान, धनु गौड़, अगली हाड़ी, अफजल अनीस, असगर, हरीश, सूरज, मोईनुद्दीन, अख्तर, अकबर अली, भीम लाल महतो, बंधु गोस्वामी, राजू सिंह आदि उपस्थित थे।
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