मुंबई। राष्ट्रीय औद्योगिक इंजीनियरी संस्थान (नीटी), मुंबई में 21 फरवरी को मातृभाषा दिवस उत्साहपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर मा.सं.वि. मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशानुसार, संस्थान के संकाय सदस्यों/ अधिकारियों/ कर्मचारियों एवं उनके परिवार के सदस्यों और छात्रों (पीजीपी व फेलो दोनों) के लिए संबंधित मातृभाषा में नारा (स्लोगन) प्रतियोगिता तथा गायन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। साथ ही, पुस्तकालय की ओर से विविध भाषा की पुस्तिकाओं की प्रदर्शिनी भी लगाई गई।
“मातृ भाषा और राष्ट्रीय एकता” विषय पर आयोजित स्लोगन प्रतियोगिता में जयश्री नायर व सुमति नायर को मलयालम भाषा, प्रतिमा दाभोलकर व विजय यादव को मराठी भाषा, आफताब आलम को उर्दू भाषा, लक्ष्मी नारायण को तमिल भाषा, राकेश कुमार साव एवं अनिल कुमार पांडेय को हिंदी भाषा में स्लोगन के लिए पुरस्कॄत किया गया।
उसी प्रकार, गायन प्रतियोगिता में विविध श्रेणियों में अथर्वाशीष पांडेय/ एहसास सतीश (हिंदी), शशांक सदाशिव(तमिल), सुनीता करकेरा(मराठी), शंकर साईबन्ना/श्याम अहिरे(हिंदी), महावीर दरूरे(कन्नड़), कुमार आशीष व नीरज (हिंदी), सुलभा तुपे/लक्ष्मी नारायण/सुषमा बेले ग्रुप (मराठी), जयश्री नायर/सुमति नायर/शोभना सुरेश ग्रुप (मलयालम) को पुरस्कॄत किया गया।
समारोह में मातॄभाषा दिवस समारोह समिति की अध्यक्ष प्रो. सीमा उन्नीकॄष्णन, कुलसचिव प्रो. विवेक खानजोड़े, प्रो. निखिल मेहता, प्रो. सचिन कांबले, प्रो. पूनम सिंह, आदि सहित संस्थान के अनेक प्राध्यापकगण, अधिकारी, कर्मचारी व विद्यार्थी उपस्थित थे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में प्रो. पूनम सिंह ने मातॄभाषा दिवस की भूमिका पर प्रकाश डाला. तत्पश्चात, प्रो. सीमा उन्नीकॄष्णन ने अपने अध्क्षीय भाषण में कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में मातॄभाषा का महत्वपूर्ण योगदान है और इसके बिना मनुष्य का संपूर्ण विकास संभव नहीं है। कार्यक्रम का संचालन आफताब आलम, हिंदी अधिकारी ने किया एवं सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।
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