प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद ट्रक मालिक और डीओ होल्डर ने आंदोलन वापस लिया
तीन गुट मे बटे डीओ होल्डर और ट्रक मालिक
एन. के. सिंह/फुसरो (बोकारो)। बोकारो जिला (Bokaro District) के हद में सीसीएल ढोरी क्षेत्र (CCL Dhori Area) के अमलो परियोजना में अमलो ट्रक ओनर एसोसिएशन की कार्यशैली से परेशान सिंह नगर, सेंट्रल कॉलोनी, आदि।
कल्याणी और मकोली के ट्रक मालिकों और डीओ होल्डर ने लोकल सेल ठप्प कर आंदोलन शुरू कर दिया। आंदोलन को आजसू, झारखंड मुक्ति मोर्चा और भाजपा का भी समर्थन मिला। अमलो परियोजना सीसीएल ढोरी क्षेत्र की एएडीओसीएम के अंतर्गत है।
ट्रक मालिक और डीओ होल्डर ने अमलो ट्रक ओनर एसोसिएशन (Amlo Owners Association) पर भेदभाव और मनमानी करने का आरोप लगाकर 16 जुलाई को कोयला लोकल सेल को ठप्प करा दिया। जिससे उत्तेजना का माहौल बन गया। हालांकि प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद आंदोलनकारियों ने अपना आंदोलन वापस ले लिया तथा गाड़ियों को छोड़ा।
इस संबंध में बताया गया कि आगामी 21जुलाई को विधायक कुमार जयमंगल सिंह के साथ वार्ता होगी। फिलहाल लोकल सेल पूर्व की भांति चलेगी। इसके पश्चात कोला लोडिंग के लिए ट्रकों की एंट्री शुरू हो गई।
बातचीत के क्रम में अमलो ट्रक ओनर एसोसिएशन के अध्यक्ष राजन साव ने कहा कि लोकल सेल में कोई भेदभाव नहीं है। यहां सभी गाड़ियों को लोड दिया जाता हैं। जो आंदोलन कर रहे हैं उनकी भी गाड़ियां भी यहां चलती है। अगर किसी को समस्या है तो बैठकर बातचीत करें। समस्या का हल निकाल दिया जाएगा।
दूसरी ओर ट्रक मालिकों और डीओ होल्डरो ने एसोसिएशन और प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए आंदोलन शुरू कर दिया। कहा गया कि अमलो ट्रक ओनर एसोसिएशन शोषण से परेशान हैं। लिंकेज फैक्ट्री व पीएलसी के मालिक उन लोगों का लगातार शोषण करने से बाज नहीं आ रहे।
आजसू नेता काशीनाथ सिंह ने कहा कि अमलो प्रबंधन बिना भेदभाव के सुचारू रूप से लोकल सेल चलाकर हजारों लोगों को रोजगार उपलब्ध करा सकता है। लेकिन वर्तमान में प्रबंधन की कुछ उदासीनता व नीति के कारण बहुत ही कम रोड सेल का संचालन हो रहा है। उन्होंने कहा कि रोजगार का जरिया रहे रोड सेल की उपेक्षा बेरमो में बेरोजगारी की मुख्य वजहों में एक है।
रोड सेल से रोजाना सैकड़ों ट्रक से कोयला बाहर की मंडियों, फैक्ट्रियों, ईंट भट्ठों को भेजी जाती थी। ये सब भी रोजगार से जुड़े थे। इसके अलावा रोड सेल संचालन, ट्रांसपोर्ट, कोल डीपो समेत अन्य गतिविधियों से भी सैकड़ों को रोजगार देता था। रोड सेल में रोजगार की सबसे बड़ी संभावना जुड़ी हुई है।
प्रबंधकीय उदासीनता और रेल रैक से कोयला भेजने की होड़ के कारण रोड सेल को उपेक्षा का दंश झेलना पड़ा। पावर प्लांट को बाहरी कंपनियों को प्राथमिकता के कारण आज चल रहे रोड सेल में भी कोयले की आपूर्ति न के बराबर रह गई।
आजसू नेता सूरज महतो और संतोष महतो, झामुमो नेता भोलू खान और मदन महतो ने कहा कि अमलो प्रबंधन एक नेता के कहने पर कार्य कर रहा है, जो सरासर गलत है। साथ ही साथ सेल कमिटी की मनमानी कर रही है। सीसीएल प्रबंधन रोड सेल के प्रति सही योजना तैयार कर उसका सही ढंग से संचालन करने की जरूरत है। बेरमो मे कोयले का अपार भंडार है।
फिर भी यहां के रहिवासियों को इसका फायदा नहीं मिल पा रहा है। अधिकतर कोयला रोड सेल के माध्यम से स्थानीय उद्योगों को दिया जाए, ताकि क्षेत्र के रहिवासियों को रोजगार मिले। इससे कोयला के कारोबार करने वाले व्यवसायियों, ट्रांसपोर्टरों को लाभ होगा। राज्य सरकार के राजस्व में भी बढ़ोतरी होगी।
कोल इंडिया, केंद्र व राज्य सरकार की नीति के कारण आज सभी तरह के कोयला आधारित उद्योग बीमार हो गई। कोलियरियों के उत्पादित कोयले को पहले मजदूरों के माध्यम से गाड़ियों में लोड कर बाहर भेजा जाता था। इस प्रक्रिया में लोकल सेल संचालन समितियों के मार्फत स्थानीय ग्रामीणों को रोजगार मिलता था।
साथ हीं ई-ऑक्शन के माध्यम से सीसीएल कोयले का ऑक्शन नियमित कराएं तो क्षेत्र में रोजगार की कमी नहीं होगी। यहां के रहिवासियों को रोजगार के लिए दूसरे प्रदेश जाने की आवश्यकता नही पडेगी।
राकेश सिंह, महारुद्र सिंह, मुकेश सिंह, पंकज सिंह आदि ने कहा कि अमलो ट्रक ओनर एसोसिएशन कमेटी भंग कर ढोरी एरिया का एक नई कमेटी का गठन हो, तभी जाकर लोकल सेल सुचारू रूप से चल सकता है। कहा गया कि सीसीएल प्रबंधन और ट्रक ओनर कमिटी की मनमानी नहीं चलने देंगे। प्रबंधन जब तक हमारी मांगों का समाधान नहीं करता है, आंदोलन जारी रहेगा। सूचना मिलने पर बेरमो थाना के पुलिस पहुंची और लोगों को समझाया बुझाया।
मौके पर विनय दुबे, समर सिंह, छोटे सिंह, अश्वनी मिश्रा, पवन सिंह, रोबिन मिश्रा, नवीन सिंह, संतु ठाकुर, शंभू यादव, लवलेश सिंह, विजय कुमार, सुमित सिंह, सनी सिंह, रमेश स्वर्णकार, महेंद्र सिंह, जितेंद्र सिंह, जुगनू सिंह, धीरज कुमार यादव, रंजीत सिंह, महेंद्र चौधरी, सुरेश सिंह, दीपक महतो, अशोक चौधरी, विजेंद्र सिंह आदि उपस्थित थे।
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