डेंगू व् चिकनगुनिया संक्रमित मादा मच्छर काटने से होने वाला एक वायरल बुखार-सिविल सर्जन
एस. पी. सक्सेना/बोकारो। मानसून के दौरान एवं उसके पश्चात विभिन्न क्षेत्रों में जल-जमाव होने के कारण डेंगू एवं चिकनगुनिया रोगों के प्रसरण की संभावना को देखते हुए जिला सिविल सर्जन की अध्यक्षता में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
बोकारो जिला के हद में सभी प्रखंड स्तर पर नगर निगम चास, बोकारो स्टील सिटी क्षेत्र, चन्दनकियारी, फुसरो नगरपालिका (बेरमो), चन्द्रपुरा, पेटरवार, गोमियां, नावाडीह, जैनामोड़ (जरीडीह) तथा कसमार में डेगू एवं चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए चिकित्सा पदाधिकारियों के साथ-साथ जिलान्तर्गत कार्यरत निगरानी निरीक्षक, मलेरिया तकनिकी पर्यवेक्षक, सहिया, आदि।
काम्युनिटी वालिंटियर तथा शहरी मलेरिया योजना, बोकारो अन्तर्गत कार्यरत श्रेष्ठ क्षेत्रीय कार्यकर्ताओ का एक दिवसीय डेंगू एवं चिकनगुनियां ओरिएटेंशन प्रशिक्षण (Dengue & Chikungunya Orientation Training) 12 जुलाई को सिविल सर्जन कार्यालय स्थित सभागार में सिविल सर्जन डॉ अभय भूषण प्रसाद की अध्यक्षता में आयोजित किया गया।
प्रशिक्षण के दौरान सिविल सर्जन डॉ प्रसाद ने सभी को निर्देश दिया कि क्षेत्र में लार्वा निरोधक कार्य सम्पादन करते समय ज्वर से पीड़ित व्यक्ति को आरडीके/स्लाइड (RDK/Slide) के माध्यम से रक्त पट् संग्रह किया जाय। साथ ही डेंगू का संदिग्ध मरीज मिलने पर डेंगू लाइन लिस्टिंग कर जिला मुख्यालय को भेजी जाय।
सिविल सर्जन ने कहा कि डेंगू एवं चिकनगुनिया संक्रमित मादा इडेंस आईजाटी (Aedes aegyti) मच्छर के काटने से होने वाला एक वायरल बुखार है। यह मच्छर अपेक्षाकृत साफ पानी के बर्तन, कूलर एवं टूटे बर्तन में जमा पानी, प्लास्टिक के खुले बोतल, छत पर जल जमाव, छत पर खुली पानी की टंकी, घर के बाहर रखे/फेंके टायर, कचरों में खाली /टुटे बर्तन इत्यादि जगहों पर अंडे देती है।
इनके लार्वा आसानी से देखा जा सकता हैं। इसकी रोकथाम हेतु बोकारो जिला के हद में सभी प्रखंडो के शहरी आबादी के बीच Door to Door Dengue Sueveillance का कार्य Dengue Volunteer द्वारा कराया जाय। साथ ही कहा कि चास नगर निगम क्षेत्र/बोकारो स्टील सिटी क्षेत्र में Dengue Volunteer के साथ शहरी मलेरिया योजना बोकारो के कर्मचारियों का सहयोग भी लिया जा जाय।
जिला भीबीडी पदाधिकारी रेणु भारती ने प्रशिक्षण के दौरान Slide Presentation के माध्यम से उपस्थित सभी प्रशिक्षणर्थियों को डेंगू एवं चिकनगुनिया के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए डेंगू के लार्वा की पहचान कैसे करना है, इसकी पूर्ण जानकारी दिया। साथ ही संबंधित पदाधिकारी को निर्देश दिया कि आम नागरिकों को डेंगू एवं चिकनगुनिया रोग के प्रति जागरुक करने हेतु हैण्डबिल वितरण, घर-घर जाकर लार्वा की जाँच की जाय।
साथ ही प्रखंड स्तर पर निगरानी निरीक्षक/मलेरिया तकनिकी पर्यवेक्षक के नेतृत्व में Dengue Volunteer द्वारा उपरोक्त कार्य का सम्पादन किया जायेगा। प्रशिक्षण के दौरान सलाहकार भीबीडी आशीष कुमार सहित आमंत्रित सभी प्रषिक्षणार्थी, जिला भीबीडी कार्यालय के सभी कर्मी एवं जिला स्तरीय पदाधिकारी तथा कर्मियों ने भाग लिया।
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