राज्यपाल रमेश बैस, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सहित केंद्रीय व् राज्य के कई मंत्री रहे मौजूद
एस. पी. सक्सेना/देवघर (झारखंड)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime minister Narendra Modi) ने 12 जुलाई को बाबा नगरी देवघर से 16 हज़ार 8 सौ 35 करोड़ रुपए की 25 महत्वपूर्ण परियोजनाओं की सौगात झारखंड को दी।
झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Chief Minister Hemant Soren) की उपस्थिति में प्रधानमंत्री मोदी ने दस हजार दो सौ सत्तर करोड़ रुपए की लागत से तैयार देवघर एयरपोर्ट, देवघर एम्स और बाबा धाम का विकास समेत 13 परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित किया।
इसके अलावा रांची रेलवे स्टेशन का री- डेवलपमेंट, रांची में कचहरी चौक से पिस्का मोड़ तक एलिवेटेड कॉरिडोर सहित 12 परियोजनाओं की बुनियाद रखी। इन परियोजनाओं पर 6 हजार 5 सौ 65 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बाबाधाम आकर उनका मन प्रसन्न हो गया। उन्हें यहां से झारखंड के विकास को गति देने का सौभाग्य मिल रहा है। ये परियोजनाएं ना सिर्फ झारखंड, बल्कि बिहार और बंगाल समेत पूर्वी भारत के विकास को नई गति देगी।
उन्होंने कहा कि इससे जीवन आसान होगा और रोजगार, स्वरोजगार व्यापार, स्वास्थ्य और पर्यटन समेत अन्य कई क्षेत्रों में अनेक अवसर पैदा होंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि यहां से हवाई सेवा शुरू होने से बाबा के दर्शन करने के लिए आने वाले देश- विदेश के श्रद्धालुओं को सहूलियत होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि देवघर एम्स के चालू होने से झारखंड के साथ बिहार और बंगाल के मरीजों का बेहतर इलाज संभव होगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आज जिन विकास योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास हुआ है, उससे राज्य के विकास को निश्चित तौर पर नई दिशा मिलेगी। ये योजनाएं झारखंड के लिए मील का पत्थर साबित होंगी।
उन्होंने कहा कि विकास में सड़कों का अहम रोल होता है। चाहे वह रोड कनेक्टिविटी हो या फिर हवाई अथवा जलमार्ग। यह कनेक्टिविटी जितनी तेजी से बढ़ेगी, राज्य के विकास को तेजी मिलेगी। मुख्यमंत्री ने साहिबगंज जलमार्ग के लिए प्रधानमंत्री का आभार जताया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो सपना हम देखते हैं और जब वह पूरा होता है तो काफी खुशी मिलती है। आज देवघर एयरपोर्ट (Deoghar Airport) से विमान सेवा शुरू होने का सपना साकार हो रहा है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि इसके निर्माण में मजदूरों का अहम योगदान रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देवघर एयरपोर्ट के निर्माण में तीन सौ रैयतों ने अपनी जमीन दी है। इस वजह से जो विस्थापित हुए हैं। आज जब यह एयरपोर्ट राष्ट्र को समर्पित किया जा रहा है। उन सभी का हम शुक्रिया अदा करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के विकास में शुरू से ही झारखंड का अहम योगदान रहा है। खनिजों के साथ-साथ यहां के मजदूर देश के विभिन्न हिस्सों में अपनी मेहनत और सेवा की बदौलत विकास का नया पैमाना गढ़ रहे हैं। अगर केंद्र सरकार का सहयोग मिला तो अगले 5 से 7 वर्षों में झारखंड को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने के सपने को सरकार करेंगे।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि झारखंड में हवाई कनेक्टिविटी बढ़ाने की योजना तैयार कर ली गई है। जमशेदपुर, दुमका और बोकारो भी जल्द ही हवाई मानचित्र में शामिल हो जाएंगे। इसके अलावा राज्य में 14 नए रूटों पर हवाई सेवा शुरू करने की दिशा में तेजी से पहल हो रही है।
प्रधानमंत्री ने देवघर- कोलकाता- देवघर विमान सेवा का शुभारंभ किया
प्रधानमंत्री मोदी ने इंडिगो कंपनी के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी (सीईओ) रोनो दत्ता और चीफ ऑफ फ्लाइट ऑपरेशन आशू मिश्रा को उड़ान ध्वज प्रदान कर देवघर -कोलकाता- देवघर विमान सेवा का शुभारंभ किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने प्रधानमंत्री को रुद्राक्ष की माला और पुस्तक भेंट की। मुख्यमंत्री ने बाबा वैद्यनाथ मंदिर का मॉडल स्वरूप प्रधानमंत्री को प्रदान कर सम्मानित किया।
इससे पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देवघर पहुंचने पर सबसे पहले बाबा मंदिर में जाकर विधिवत पूजा अर्चना की। बाबा मंदिर के पंडा एवं पुजारियों ने प्रधानमंत्री का वैदिक मन्त्रोंच्चार के साथ पूजा संपन्न कराया। यहां उनके इंतजार में घंटो खड़े मोदी समर्थको का उन्होंने अभिवादन किया। इसके बाद प्रधानमंत्री कार्यक्रम स्थल पहुंचकर विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास व् उद्घाटन किया।
इन परियोजनाओं की मिली सौगात
देवघर एयरपोर्ट (401 करोड़ रुपए), बाबा वैद्यनाथ का विकास (30 करोड़), गोरहर से खैराटूंडा सिक्स लेन सड़क (1790 करोड़), खैराटूंडा से बरवाअड्डा सिक्स लेन (1332.8 करोड़), रांची- महुलिया फोर लेन (549 करोड़), चौका-साहेरबेड़ा फोर लेन (284.8 करोड़), गोविंदपुर- चास-वेस्ट बंगाल बॉर्डर फोर लेन (1144 करोड़), आदि।
बोकारो-अंगुल- जगदीशपुर- हल्दिया पाइपलाइन (2500 करोड़), बरही एलपीजी प्लांट- (161.5 करोड़), बोकारो एलपीजी- (93.4 करोड़), गढ़वा-महुरिया रेलवे डबलिंग प्रोजेक्ट-(866 करोड़), हंसडीहा-गोड्डा रेलवे इलेक्ट्रिफिकेशन (35 करोड़), एम्स, देवघर (1103 करोड़)
निम्नलिखित योजनाओं का किया शिलान्यास
मिर्जाचौकी- फरक्का फोरलेन (1302 करोड़), हरिहरगंज से परवा मोड़ फोरलेन (1016 करोड़), पलमा-गुमला सेक्शन फोर लेन (1564 करोड़), रेहला-गढ़वा बाइपास फोरलेन (888 करोड़), रांची में कचहरी चौक से पिस्का मोड़ एलिवेटेड कॉरिडोर (534.7 करोड़), रांची में ईटकी आरओबी (108.3 करोड़), एनएच-75 पर पेव्ड सोल्डर के साथ टू लेन (315. 21 करोड़), आदि।
एनएच-133 पर पेव्ड सोल्डर के साथ टू लेन-(66.7 करोड़), झरिया ब्लॉक-सरफेश फैसिलिटी और पाइपलाइन (224 करोड़), रांची रेलवे स्टेशन का री-डेवलपमेंट (210 करोड़), जसीडीह बाइपास न्यू लेन (294 करोड़) तथा गोड्डा कोच मेंटनेंस डिपो (40 करोड़)।
इस अवसर पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केन्दीय मंत्री अर्जुन मुंडा, अन्नपूर्णा देवी, राज्य के मंत्री बादल पत्रलेख, हफीजुल हसन, सांसद निशिकांत दूबे, विधायक नारायण दास समेत कई गण्यमान्य उपस्थित थे।
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