मोर्चा का अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू
एस. पी. सक्सेना/बोकारो। रैयत विस्थापित मोर्चा द्वारा पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत 27 जून से बोकारो जिला (Bokaro district) के हद में बेरमो प्रखंड के जारंगडीह परियोजना का विधिवत अनिश्चितकालीन चक्का जाम आंदोलन शुरू किया गया।
नेतृत्व मोर्चा के जारंगडीह शाखा अध्यक्ष मोहम्मद इस्लाम अंसारी तथा शाखा सचिव फनी राम सोरेन कर रहे थे। विस्थापितों को झामुमो जिलाध्यक्ष ने पहुंचकर अपना नैतिक समर्थन देने की घोषणा की।
जानकारी के अनुसार 27 जून की सुबह आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से सैकड़ों की संख्या में मोर्चा समर्थक पारंपरिक हथियारों से लैस होकर मोर्चा के जारंगडीह शाखा अध्यक्ष मोहम्मद इस्लाम अंसारी तथा शाखा सचिव फनी राम सोरेन के नेतृत्व में केबी कॉलेज (KB College) के समीप स्थित जारंगडीह परियोजना के डायवर्सन के पास पहुंचे तथा आउटसोर्सिंग (Outsourcing) के कार्य को ठप्प करा दिया। समाचार प्रेषण तक प्रबंधन से किसी प्रकार का वार्ता नहीं होने के कारण कार्य पूरी तरह ठप्प है।
मोर्चा द्वारा आयोजित अनिश्चितकालीन धरना में शामिल विस्थापितों को संबोधित करते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा बोकारो जिलाध्यक्ष हीरालाल मांझी ने कहा कि प्रबंधन हमेशा से विस्थापितों को ठगने का काम करती रही है। उन्होंने कहा कि सीसीएल प्रबंधन (CCL Management) रैयतो का 10 एकड़ भूमि अधिग्रहीत करती है और 20 एकड़ पर जबरन खनन करती रही है। इस मुद्दे पर प्रबंधन को मुंहतोड़ जवाब देना होगा।
मांझी ने कहा कि पार्टी सुप्रीमो दीशुम गुरु शिबू सोरेन ने कहा भी है कि जब तक लड़ोगे नहीं, तब तक कुछ भी नहीं मिलेगा। इसलिए हमें अपने हक और अधिकार के लिए लड़ना होगा। उन्होंने कहा कि हम विस्थापितों को ठगने में यहां के विधायक और सांसद अग्रणी रहे हैं। जिसे हम चुनकर भेजें, वही दलाली करने लग गया।
मैनेजमेंट अब तक हमको बरगलाने का काम किया है। जमीन हमारी, सब कुछ मेरा, और हम ही भूख से मर रहे हैं। जिसका कुछ भी नहीं, वह आज करोड़पति बन गया है। अब यह चलने वाला नहीं है। सरकार बहुत जल्द ऐसी नीति ला रही है कि झारखंड में केवल झारखंडी ही किसी भी पद पर मिलेगा।
झामुमो जिलाध्यक्ष ने कहा कि हमारी जमीन के बदले जब तक प्रबंधन मुआवजा और नौकरी नहीं देता है तब तक हम अपनी जमीन की ओर प्रबंधन को देखने भी नहीं देंगे। मौके पर जिला परिषद सदस्य अशोक मुर्मू ने कहा कि जिस तरह झारखंड में अब तक विस्थापितों को ठगने का काम किया गया है, वह अब नहीं चलेगा। इसके लिए हम सभी को एकजुट होना होगा।
रैयत विस्थापित मोर्चा के जारंगडीह शाखा अध्यक्ष मोहम्मद इस्लाम अंसारी ने कहा कि स्थानीय प्रबंधन जबरन हमारी जमीन को कब्जा कर कोयला खनन का कार्य कर रही है, जबकि उक्त जमीन का मालिकाना हक का कागजात हमारे पास है। बावजूद इसके प्रबंधन अपनी मनमानी पर अड़ी है। उन्होंने कहा कि जब तक विस्थापितों को नियोजन और मुआवजा नहीं मिलेगा, तब तक यह आंदोलन अनवरत जारी रहेगा।
मौके पर उपरोक्त के अलावा मोहम्मद शाने रजा, कोषाध्यक्ष मोहम्मद नईम, मोहम्मद बिलाल, सने अहमद, शमशुल हक, आलम रजा, मुजफ्फर हुसैन, मजहरूल हक, रहमत आलम, मुस्तकीम, नरेश मुंडा, जागेश्वर मुंडा, रामचंद्र मुंडा, सेवालाल सोरेन, अर्जुन हेंब्रम, दुर्गा हेंब्रम, जगदीश मरांडी, हीरालाल मुर्मू, लालचंद हेंब्रम, सुनील रविदास, अर्जुन रविदास, जगदीश महतो घोष, पंकज रविदास, गुलिस्ता कमाल, आदि।
रोशन जहां, हकीमुन निशां, रजिया देवी, तैयबा खातून, सकीना खातून, सानिया देवी, लीलमुनि देवी, शुकुर मुनि, घासो देवी, बड़की देवी, मनौती देवी, सावित्री देवी, जुलेखा खातून, शबनम परवीन, आसमा परवीन, सेहरा खातून, नसीमा खातून, सैमुन खातून, आमना बीबी, शहनाज परवीन, नाजिया अख्तरी, सरीफुन न्नीशा आदि उपस्थित थे।
इस अवसर पर उक्त स्थल पर विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए बोकारो थर्मल थाना प्रभारी पुलिस इंस्पेक्टर रविंद्र कुमार सिंह के अलावा सहायक अवर निरीक्षक विनोद मुंडा, प्रभात कुमार बरनवाल, सीसीएल कथारा क्षेत्रीय मुख्यालय के महामाया पासवान, रामचंद्र सिंह, जारंगडीह के सुरक्षा प्रभारी मनोज कुमार सुंडी सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल तथा सीसीएल के सुरक्षा गार्ड उपस्थित थे।
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