एस. पी. सक्सेना/रांची (झारखंड)। झारखंड की राजधानी रांची से सटे मांडर में संपन्न विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी शिल्पी नेहा तिर्की ने जीत हासिल किया है। उन्होंने अपने पिता की जीत को बरकरार रखा है।
मांडर उपचुनाव की 26 जून को संपन्न मतगणना में कांग्रेस (Congress) प्रत्याशी शिल्पी ने भाजपा प्रत्याशी गंगोत्री कुजूर को 23,517 हजार वोट के अंतर से पराजित किया है शिल्पी नेहा तिर्की को कुल 95,062 वोट मिले, जबकि भाजपा प्रत्याशी गंगोत्री कुजूर को 71,545 वोट मिले।
यहां तीसरे स्थान पर रहे एआईएमआईएम (AIMIM) समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी देवकुमार धान को 22,395 वोट मिले। इसके अलावा 21वें राउंड तक के मतगणना में नोटा में कुल 2,633 वोट पड़े।
ज्ञात हो कि, पूर्व विधायक (MLA) बंधु तिर्की के आय से अधिक संपत्ति मामले में विधानसभा की सदस्यता रद्द होने के बाद यह सीट खाली हुआ था। इसे लेकर यहां संपन्न उपचुनाव में उनकी पुत्री ने जीत दर्ज कर अपने पिता की बिरासत को बचाने में सफलता पायी है।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गठबंधन प्रत्याशी शिल्पी नेहा तिर्की को जीत की बधाई दी है। उन्होंने कहा कि धनबल, झूठ, छल, अहंकार और शोषण की राजनीति को मांडर की जनता ने नकार दिया है। सीएम सोरेन ने कहा कि झारखंड सरकार गरीब, शोषित और वंचित समाज के लिए नौकरी, रोजगार, सामाजिक सुरक्षा, शिक्षा से जुड़ी कई कल्याणकारी योजनाएं लेकर आयी है।
इन योजनाओं का आप जितना लाभ लेंगे उतना समाज आगे बढ़ेगा। कहा कि सरकार गरीब युवाओं को प्रतियाेगिता परीक्षा की तैयारी के लिए आर्थिक सहायता योजना जल्द लेकर आ रही है।
जानकारी के अनुसार झारखंड की राजधानी रांची के पंडरा स्थित कृषि बाजार समिति परिसर में कुल 21 राउंड की मतगणना हुई। मतगणना के शुरू से ही कांग्रेस प्रत्याशी शिल्पी नेहा तिर्की ने बढ़त बनायी थी। पहले राउंड में शिल्पी को 3,990 वोट मिले थे, लेकिन दूसरे राउंड में भाजपा प्रत्याशी गंगोत्री कुजूर ने बढ़त बनायी और उसे 8,041 वोट मिला।
इसके बाद से कांग्रेस प्रत्याशी ने जो बढ़त बनायी, वह अंत तक बना रहा। इस जीत पर भाजपा प्रत्याशी गंगोत्री कुजूर ने कांग्रेस प्रत्याशी शिल्पी नेहा तिर्की को बधाई दी।
कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व विधायक बंधु तिर्की की बेटी शिल्पी नेहा तिर्की ने पिता के जीत को बरकरार रखा। वह अपने पिता की बिरासत को बचाने में सफल रही है। वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में झारखंड विकास मोर्चा के प्रत्याशी रहे बंधु तिर्की ने भाजपा प्रत्याशी देवकुमार धान को पटखनी दी थी, लेकिन,जेविएम के भाजपा में विलय पर बंधु तिर्की कांग्रेस में शामिल हो गये थे।
आय से अधिक संपत्ति मामले में दोष सिद्ध होने पर उनकी विधानसभा की सदस्यता खत्म हो गयी थी। इसके बाद खाली सीट में बीते 23 जून को संपन्न चुनाव में बंधु तिर्की ने अपनी पुत्री को कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में उतारा। जिसने जीत का सेहरा अपने सर बांधकर पिता की बिरासत को बचाने में सफलता पायी।
मांडर विधानसभा क्षेत्र से उप चुनाव में जीत हासिल करने वाली नवनिर्वाचित विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने अपनी विजय के लिए क्षेत्र की जनता और कांग्रेस पार्टी का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि जनता के विकास के लिए पिता बंधु तिर्की के देखे सपने को वे पूरा करेगी। नेहा ने इस जीत को टीम वर्क का परिणाम बताया।
उन्होंने कहा कि कहीं न कहीं उनके पिता बंधु तिर्की उनमें विधायक के गुण जरूर देखते थे। इसलिए उन्होंने उसे प्रत्याशी बनाया। नेहा ने कहा कि वह अपने पिता के कार्यकाल में अधूरे रह गए काम को पूरा करेंगी। नेहा के अनुसार उसे इस चुनाव को लेकर कभी भी डर नहीं लगा था। वह काफी आश्वस्त थी। उन्हें लग रहा था कि वह चुनाव जरूर जीतेंगी। दावा किया कि उनका एजेंडा और सोंच यहां की जनता से जुड़ा था।
नेहा की प्रारंभिक शिक्षा मांडर के सेक्रेड हर्ट स्कूल हुलहुंडू से हुई। उन्होंने 12वीं तक की पढ़ाई रांची के संत जेवियर कालेज से की। इसके बाद ग्रेजुएशन करने बैंगलोर चली गई। बैंगलोर में क्रीस्ट यूनिवर्सिटी से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में ग्रेजुएशन किया।
वर्ष 2015 में मुंबई के संत जेवियर कालेज से पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा (Post Graduation Diploma) इन मार्केटिंग कम्यूनिकेशन की डिग्री प्राप्त की। नेहा कांके रोड में द अपलिफ्ट परफोर्मेंस की प्रोपराइटर हैं। जबकि उनके पति सन्नी विलफ्रेड जेम्स लकड़ा मुंबई के सनटेक कंपनी में मर्चेंट नेवी इंजीनियर हैं।
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