शांति एवं सौम्य का स्वरूप हैं भगवान शिव-आचार्य पुरेंद्र
एस. पी. सक्सेना/बोकारो। बोकारो जिला (Bokaro district) के हद में बेरमो प्रखंड के जारंगडीह 16 नंबर कॉलोनी में आयोजित तीन दिवसीय शतचंडी महायज्ञ के द्वितीय दिवस 20 जून को श्रद्धालुओं ने नगर भ्रमण किया। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने वेदी पूजन, पाठ, महा स्नान के पश्चात हर्षोल्लास के साथ पार्वती मां का दिव्य नगर भ्रमण किया, जो अत्यंत ही प्रशंसनीय और दर्शनीय रहा।
इस अवसर पर यज्ञ कार्यक्रम में उपस्थित आचार्य पुरेंद्र ने कहा कि भगवान भोलेनाथ अत्यंत के शांतिप्रिय हैं, इसलिए कैलाश में वासकर एकांत का परिचय देते है। उन्होंने कहा कि जन कल्याण के लिए भगवान भोलेनाथ समय समय पर कैलाश के शिखर से उतरकर राम कथा का प्रचार प्रसार करते हैं।
संपूर्ण सृष्टि को यह उपदेश देते हैं,कि शांति चाहिए तो एकांतवास करो और भगवत अमृत पान करो। वही अवध धाम से पधारे पवन देव ने कहा कि इस महायज्ञ में अपार जनसमूह को देखकर ऐसा लगता है मानो जारंगडीह आज कैलाश बना है, जबकि विजय आनंद शास्त्री, सुनील शास्त्री और अनिल शास्त्री ने श्रद्धालुओं को अपने संगीत से भाव विभोर कफ दिया। वहीं करण पांडेय ने समाँ बाँधते हुए 16 नंबर वासियों को अपने संगीत से मंत्रमुग्ध किया।
नगर भ्रमण में जारंगडीह उत्तरी पंचायत के मुखिया मोहम्मद इम्तियाज अंसारी, वार्ड सदस्य एवं भाजपा युवा नेता गौतम राम शीट दक्षिणी पंचायत के तमाम जनप्रतिनिधि स्थानीय बासुकीनाथ मंदिर परिसर से सैकड़ो पुरुष, महिला, युवतियां एवं युवकों ने नगर भ्रमण के दौरान नृत्य करते हुए यज्ञ स्थल पहुंचे।
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