22 घायलों में से 6 इलाजरत, 16 को हॉस्पिटल से छुट्टी
प्रहरी संवाददाता/मुंबई। गुरुवार कि रात करीब सवा 12 बजे बांद्रा पश्चिम के शास्त्री नगर में तीन मंजिला झोपड़ा अचानक ताश के पत्तों की तरह बिखर गया। इस हादसे में शाहनवाज आलम (56) की मौत हो गई। जबकि 22 अन्य लोग घायल हुए हैं।
इनमें से 6 की हालत गंभीर बताई जा रही है। हालांकि मरने वालों का आंकड़ा बढ़ भी सकता है। इस हादसे में कुछ घायलों को इलाज के बाद छोड़ दिया गया। जबकि गंभीर रूप से घायलों का इलाज अब भी चल रहा है। बताया जाता है कि शास्त्री नगर के इस झोपड़े में रहने वाले मूल रूप से बिहार के निवासी थे।
गौरतलब है कि मनपा एच पश्चिम बिल्डिंग एंड फैक्ट्री विभाग (Municipal H West Building) के अभियंताओं के काले कारनामों की पोल खोल दी है। नियमों को ताक पर रख कर कैसे बना शास्त्री नगर का तीन मंजिला झोपड़ा ? बहर हाल यह जांच का विषय है।
गुरुवार की रात हुए इस हादसे की सूचना मिलते ही दमकल की आधा दर्जन गाड़ियां, एक एंबुलेंस और नगर निगम की टीम मौके पर पहुंच गई और मलबे को हटाने का काम शुरू कर दिया। मलबे में फंसे लोगों को सुबह 10 बजे तक रेस्क्यू कर निकल लिया गया है।
बताया जाता है कि दो दिन पहले दुर्घटनाग्रस्त झोपड़े के बगल के एक झोपड़े को तोड़ा गया था। इससे माना जा रहा है कि इसकी वजह से नीव कमजोर हुई जिसके कारण यह हादसा हुवा।
मौके पर पहुंचे डीसीपी मंजूनाथ सिंह (DCP Manjunath Singh) ने बताया कि मुंबई के बांद्रा पश्चिम स्थित शास्त्रीनगर में एक तीन मंजिला झोपड़ा रात करीब 12 बजकर 15 मिनट पर ताश के पत्तों की तरह ढह गई। इस हादसे में ग्राउंड फ्लोर (Ground Floor) पर मौजूद सभी नागरिक सुरक्षित हैं।
पहली मंजिल पर बैठे छह लोग और दूसरी मंजिल पर बैठे सत्रह लोग घायल हो गए हैं। इसमें से एक की मौत हो गई, जबकि 16 अन्य को इलाज के लिए अस्पताल में भेजा गया। डीसीपी सिंह ने बताया करीब 23 लोगों को मलबे से रेस्क्यू किया जा चूका है। उन्होंने कहा कि राहत और बचाव अभियान जारी है, हम यह पुष्टि कर लेना चाहते हैं कि मलबे में कोई और तो नहीं !
वहीं स्थानीय समाजसेवकों ने मनपा एच पश्चिम बिल्डिंग एंड फैक्ट्री विभाग के रिश्वतखोर अभियंताओं को इस हादसे का जिम्मेदार ठहराया है। समाजसेवक और आरटीआई कार्यकर्ताओं (RTI Activist) का कहना है कि मनपा के नियमों से हट तीन माले का झोपड़ा कैसे बना?
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