सरकार और नगर परिषद की वजह से दामोदर नदी में गंदगी-सरयू राय

दामोदर नदी प्रदूषण समीक्षा यात्रा के तहत फुसरो पहुंचे पूर्वी जमशेदपुर के विधायक सरयू राय

नंद कुमार सिंह/फुसरो (बोकारो)। देवनद दामोदर नदी प्रदूषण समीक्षा यात्रा के तहत 6 जून को बोकारो जिला (Bokaro district) के हद में खास ढोरी और हिंदुस्तान पुल फुसरो के समीप दामोदर नदी का निरीक्षण करने पूर्वी जमशेदपुर के विधायक सरयू राय पहुंचे। उनके साथ आधुनिक चलंत प्रयोगशाला के विज्ञानियों की टोली भी थी, जिन्‍होंने फुसरो शहर में बहने वाली दामोदर नदी का मुआयना किया।

इस अवसर पर विधायक राय ने अतिक्रमण व नालियों से जल-मल नदी में गिरने के कारण पानी के प्रदूषित होने पर चिंता जताई। इस दौरान विज्ञानियों की टीम ने नदी के पानी का सैंपल दो बोतलों में लिया। टीम धनबाद के पंचेत से लोहरदगा के चुल्‍लापानी तक दामोदर नदी में प्रदूषण के स्‍तर की समीक्षा करेगी।

टीम में शामिल करगली रेस्ट हाउस में पत्रकारों को झारखंड रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय के पूर्व कुलसचिव डाॅ एमके जमुआर ने बताया कि लिये गए सैंपल से इस जल में प्रदूषण के स्‍तर की जांच की जाएगी। उन्‍होंने कहा कि बीओडी एवं कॉलीफॉर्म जांच से पता चलेगा कि यह पानी कितना नुकसानदेह है। उन्‍होंने कहा कि प्रदूषित जल की वजह से कई तरह की बीमारियां फैलती हैं। साथ हीं कहा कि 10 दिन में रिपोर्ट आने की संभावना है।

निरीक्षण के बाद विधायक ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि दामोदर नद अब औद्योगिक प्रदूषण से काफी हद तक मुक्त हो चुका है, लेकिन नगरीय प्रदूषण यानी शहर का जल मल दामोदर में तेजी से बढ़ा है। इसकी स्थिति जानने के लिए यात्रा निकाली गई है, ताकि यह स्पष्ट हो जाए कि किन-किन सहायक नदियों के कारण यह समस्या उत्पन्न हो रही है।

विधायक राय ने बताया कि नदी के पानी में मौजूद फिकल कॉलीफॉर्म जैसी बैक्‍टीरिया फिटकरी से भी साफ नहीं होती है। यह पेट संबंधी रोगों के लिए काफी घातक है। उन्‍होंने कहा कि नदियों में अब जो गंदगी है, उसके लिए व्‍यवस्‍था और नगर निगम पूरी तरह से जिम्मेवार है।

शहर के गंदे जल-मल की निकासी को लेकर नगर निगम को सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाना चाहिए, लेकिन वह काम नहीं हो रहा है। जो शहर, गांव और कस्बा नदियों के किनारे बसा है, आज बड़ी तेजी से नदियों का अतिक्रमण कर रहा है। ऐसे में नदियों का अस्तित्व समाप्त होता जा रहा है।

हालांकि इसी वजह से आने वाले दिनों में शहर भी समाप्त हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि आउटसोर्सिंग कंपनी को तो हटाया जा सकता है, पर आम जनों द्वारा जो अतिक्रमण और प्रदूषण किया जा रहा है, उसके लिए जनता के साथ सरकार दोषी है। सरकार को इस दिशा में ठोस कदम उठाने की जरूरत है। राय ने बताया कि यह समीक्षा यात्रा 9 जून तक चलेगी, तत्पश्चात सरकार को इस संबंध में रिपोर्ट सौंपी जाएगी।

टीम में विधायक सरयू राय के साथ देवनद दामोदर प्रदूषण समीक्षा यात्रा के संयोजक डाॅ एमके जमुआर, पूर्व कुलसचिव झारखंड रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय आशीष शीतल मुंडा, सचिव युगांतर भारती प्रवीण सिंह, संयोजक दामोदर बचाओ आंदोलन सुधीर कुमार समीर, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी एसएन सिन्हा, इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट के संजय सिंह, आदि।

ट्रस्टी नेचर फाउंडेशन के अंशु शरण, कार्यकारी अध्यक्ष युगांतर भारती आदि शामिल थे। मौके पर नवनिर्वाचित जिला परिषद सदस्य ओमप्रकाश सिंह उर्फ टीनू सिंह और समाजसेवी गोपाल डालमिया ने विधायक सरयू राय को बुके देकर सम्मानित किया।

मौके पर मधुसूदन प्रसाद सिंह, उदय सिंह, शशि रंजन सिंह, प्रकाश कुमार, पंकज पांडेय, समीर गिरी, गजेंद्र प्रसाद सिंह, सुशील सिंह, अर्जुन नोनिया, सजल गांगुली, रफीक अंसारी, अख्तर अंसारी आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।

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