जिलाधिकारी की सक्रियता से जिलावासियों में बंधी आस

गंगोत्री प्रसाद सिंह/हाजीपुर (वैशाली)। वैशाली के नए जिलाधिकारी यशपाल मीणा को जिले में आये अभी महज 20 दिन हुए है। जिलाधिकारी (District Magistrate) प्रत्येक दिन जिले में किसी न किसी सरकारी कार्यालयों के औचक निरीक्षण को पहुँच कर जनता की शिकायत सुनकर उसका समाधान करने का प्रयास कर रहे हैं। जिससे वैशाली जिलावासियों में एक नयी आस जगी है।

जानकारी के अनुसार जिलाधिकारी ने 30 मई को वैशाली जिला (Vaishali district) के हद में भगवानपुर, गौरोल, पटेढी बेलसर और चेहराकला के प्रखंड एवं अचल कार्यालयों का बारी-बारी से निरीक्षण किया।

इस अवसर पर उन्होंने आरटीपीएस, कौशल विकास, महादलित टोले की स्थिति सहित सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं का धरातल पर क्रियान्वयन एवं प्रगति के विषय में उपस्थित सरकारी पदाधिकारियों से जानकारी ली।

मौके पर जिलाधिकारी के द्वारा सभी विकास मित्रों से महादलित टोले का भ्रमण कर वहाँ की स्थिति के बारे में जानकारी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया।

जिलाधिकारी ने सभी प्रखंड विकास अधिकारी को कहा गया कि महादलित परिवार के पास राशन कार्ड है कि नहीं, राशन कार्ड उनके पास है कि डीलर के पास है, अनाज का उठाव करते है या नहीं, उनके वृद्धावस्था पेंशन की स्थिति,आदि।

उनका आवास बना है या नहीं और आवास वाले भूमि का पर्चा है कि नहीं, टोले में नल-जल के कनेक्शन की स्थिति, टोले में मद्यपान के सेवन की स्थिति तथा उनके बच्चें पास के आंगनवाड़ी केन्द्र में अथवा विद्यालय जाते है कि नहीं संबंधी प्रतिवेदन तैयार कर उपलब्ध कराये। जिलाधिकारी के द्वारा सभी प्रखंडों में भी इसके अनुपालन का निर्देश दिया गया।

खास यह कि जिलाधिकारी के द्वारा निरीक्षण किये गये अंचलों के सभी पंचायतों में लाईब्रेरी खोलने और वहाँ प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने वाले पुस्तक एवं पत्रिका रखने का निर्देश देते हुए कहा गया कि पंचायत सरकार भवन, सामुदायिक भवन या कोई सरकारी भवन में लाईब्रेरी खोली जा सकती है।
जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित सरकारी अधिकारी और कर्मचारियों के विरुद्ध दण्डात्मक कार्यवाही का आदेश दिया।

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