प्रहरी संवाददाता/जमशेदपुर (झारखंड)। वन क्षेत्र में फिल्म की शूटिंग एवं सारंडा की वादियों को कैद करने के लिए आए चर्चित फिल्म एक्टर मनोज बाजपेई की फिल्म जोरम के पटकथा की शूटिंग आज की गई। जानकारी के अनुसार जोरम शब्द एक छोटे बच्चों को संबोधित करता है।
छोटे बच्चे की कथा पर आधारित छत्तीसगढ़, झारखंड एवं उड़ीसा की कल्चर को समायोजित करता हुआ आदिवासी बच्चे के साथ पिता और पुत्र के संबंध को जोरम फिल्म में दर्शाया गया है।
पिता की भूमिका में एक्टर मनोज बाजपेई ने आदिवासी जनजीवन की स्ट्रगल एवं गांव वालों के बीच उनके रहन-सहन को प्रदर्शित करने का प्रयास इस फिल्म में किया है ।फिल्म के निर्देशक देवाशीष मकीजा के साथ-साथ फिल्म के एक्टर जीशान अय्यूब की भूमिका सराहनीय है।
सहयोगी नायिकाओं में मीता तांबे एवं मेघा माथुर के द्वारा कहानी को दमदार एवं आकर्षक बनाया गया है ।उल्लेखनीय है कि सारंडा वन क्षेत्र मैं जहां लोग प्रातः कालीन निंद्रा का आनंद ले रहे थे, वही फिल्मकार मनोज बाजपेई की फिल्मी टीम प्रात काल 3:00 बजे अर्द्ध रात्रि सारंडा की वादियों को कैद करने की तैयारी में आज जुटे हुए दिखे।
सुबह सूर्य की रोशनी होते हैं फिल्मी सेटअप की शूटिंग की गई। उल्लेखनीय है कि फिल्मी कार मनोज बाजपाई के गुवा आने एवं सारंडा के वादियों के फिल्मांकन सूचना से लोगों में आत्मिक खुशी व कौतूहल बना है।
लोगों में भारी उत्साह देखा जा रहा है। पटकथा एवं संवाद के आधार पर बन रही फिल्म (Film) के आए आगंतुक अतिथियों का सेल गुवा मुख्य महाप्रबंधक विपिन कुमार गिरी की निगरानी में पूर्णतः हर तरह की सुविधा के साथ स्वागत किया जा रहा है।
दूसरी ओर सीआईएसएफ (CISF) के जवानों ने निदेशक भवन के गेट को पूरी तरह से बंद कर आम पब्लिक को एक्टर मनोज बाजपेई से मिलने से दूरी बनाकर रखा है। परिणामस्वरूप मिलने वाला लोगों में निराशा की स्थिति बनी हुई है।
सेल गुवा प्रबंधन के द्वारा सुरक्षा एवं निगरानी में किसी भी तरह की कोई कोताही नहीं बरती जा रही है। स्थानीय थाना के प्रभारी अनील कु यादव व अन्य पुलिस पदाधिकारियों के द्वारा भी सुरक्षा के पुख्ता व्यवस्था आगंतुक अतिथि फिल्मी कार मनोज बाजपेई के लिए की गई।
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