बच्चों की खुशी में गरीबी बाधक बन रही है।
बावजूद इसके पिता,बेटे को खुशी दे रहा है।।
प्रहरी संवाददाता/जमशेदपुर (झारखंड)। बच्चों की खुशी में गरीबी बाधक बन रही है।
बावजूद इसके पिता,बेटे को खुशी दे रहा है।।
पश्चिमी सिंहभूम जिला (West Shinhbhum District) के हद में नानक नगर गुवा में दिल को झकझोर देनेवाला एक घटना सामने आया है। जानकारी के अनुसार 26 वर्षीय राजा (चूसी) नामक एक युवा ने अपने बच्चों को खुश करने के लिए खुद ही बच्चों की सवारी बनकर बच्चों क़ो मोहल्ले में सैर कराते नजर आए।
दरअसल, मोहल्ले के कई बच्चों का मन बेबी साइकिल चलाने को लेकर हुई। जिसके बाद राजा के दो छोटे बच्चों ने अपने पिता से साइकिल पर बैठने की जिद पकड़ ली। बता दें की अपनी बूढ़ी माँ, बीबी और दो छोटे छोटे बच्चों को साथ लेकर एक टूटी फूटी झोपड़ी में रहने वाला राजा एक गरीब युवा है, जो दिन दिहाड़ी कर अपना और अपने परिवार क़ा पेट पालता है।
इस संबंध में राजा ने कहा कि उसकी दिन भर की मजदूरी इतनी नहीं है की वो अपने बच्चों क़ो साइकिल दिला सके जिसके लिए उसने एक टूटे बक्से में रस्सा बांधकर बक्से क़ो बिन पहिया के गाड़ी क़ा रूप दे दिया।
जिसमें बच्चों क़ो बैठाकर रस्सा खींचते हुए मोहल्ले की सैर कराई। राजा का यह भी कहना है कि हम बच्चों के लिए समय निकालकर अपने अपने स्तर से खुश रख सकते हैं। इन दिनों बच्चों को सैर कराने वाले वीडियो को सोशल मीडिया में खूब सराहा जा रहा है।
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